लंबे वक्त के बाद मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को लेकर अपना फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 6 महीनों में कानून लाने के लिए कहा गया है। इस बीच पीएम मोदी की तरफ से एक बयान सामने आया है। पीएम मोदी का मानना है कि कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा है कि वह तीन तलाक को खत्म करने के पक्ष में हैं। यह बात पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए कही है।
ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया फैसला ऐतिहासिक है जिससे मुस्लिम महिलाओं को अब समानता का अधिकार मिलेगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसला महिला सशक्तिकरण के लिए काफी बड़ा कदम है। आपको बता दें कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक पर बड़ा फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केंद्र सरकार को 6 महीनों के अंदर संसद में तीन तलाक को लेकर कानून लाना होगा।
Judgment of the Hon’ble SC on Triple Talaq is historic. It grants equality to Muslim women and is a powerful measure for women empowerment.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2017
सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को असंवैधानिक और मनमाना करार दिया गया है। मंगलवार को कहा गया है कि तीन तलाक इस्लाम का हिस्सा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की पीठ में से तीन जजों का फैसला है कि तीन तलाक को संवैधानिक संरक्षण नहीं देना है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मुद्दे पर फैसला सुनाने के लिए पांच धर्मों के जज बैठे हुए थे। वह हिंदू, मुस्लिम, सिख, क्रश्चिएन तथा पारसी हैं। खंड पीठ में जस्टिस यूयू ललित (हिंदू), जस्टिस अब्दुल नजीर (मुस्लिम), चीफ जस्टिस जेएस खेहर (सिख), जस्टिस कुरियन जोसफ (क्रिश्चिएन), जस्टिस रोहिंग्टन एफ नरीमन (पारसी) थे।