लखनऊ: प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, डिग्री कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान की ऑफलाइन कक्षाओं को बंद करने का फैसला किया है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
31 मार्च तक बंद रहेंगी कक्षाएं
यह रोक 25 मार्च से 31 मार्च तक लगाई गई है। होली का त्यौहार भी बीच में पड़ेगा। इसके साथ ही कोविड-19 के बढ़ते मामले भी काफी परेशान करने वाले हैं। शिक्षा विभाग किसी भी तरह की लापरवाही से बचने के लिए यह प्रयोग करने जा रहा है।
प्रैक्टिकल एक्जाम कि बदल गई डेट
यूनिवर्सिटी में होने वाले सभी प्रैक्टिकल एग्जाम अब मई के महीने में होंगे। पहले यह अप्रैल में आयोजित किए जाने की योजना थी। जिसे बदलकर एक महीने बढ़ा दिया गया है। उम्मीद है तब तक स्थिति थोड़ी सामान्य हो जाएगी।
सभी उच्च शिक्षा संस्थान में ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। पिछले वर्ष भी पढ़ाई काफी बाधित रही। इसीलिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करके छात्रों की पढ़ाई को जारी रखने की योजना है।
प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल जरूरी
कई संस्थानों में अभी प्रैक्टिकल एग्जाम चल रहे हैं। ऐसी सभी जगहों पर गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके वायरस से बचने की कोशिश होगी। सारे एग्जाम उचित दूरी पर बैठकर लिए जाएंगे।
बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर भी रोक लगा दी गई है। अलग-अलग शिफ्ट में होने वाले एग्जाम से पहले पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। कैंपस में मौजूद सभी शिक्षक, विद्यार्थी, अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी मास्क पहने रहेंगे। साथ ही विद्यार्थियों को 6 फीट की दूरी पर बिठाने का भी इंतजाम किया जाएगा।
कोरोना की नई लहर बनी चिंता
मार्च महीने में ही एक बार फिर कोविड-19 अपना कहर दिखाने लगा है। पिछले वर्ष भी इसी दौरान स्थिति बिगड़नी शुरू हुई थी। पूरी व्यवस्था चरमरा गई और सबसे ज्यादा प्रभाव शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा था। इन्हीं खतरों से दोबारा सामना ना हो, इसके लिए शिक्षा विभाग और प्रदेश सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। आम जनता को भी सभी गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी जा रही है।