नई दिल्ली। महंगाई के बढ़ते दौर में हर कोई अपनी सेंविग करना चाहता है। कोई बैंक में तो कोई बीमा याजना को लेकर तो वहीं कुछ लोग डाकघर में खाता खोलकर पैसा जमा करते हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि किन्हीं कारणों की वजह से बैंक से पूरा पैसा निकाल लिया जाता है। जिसके बाद बैंक में शून्य बैलेंस बचता है। जिसके कारण बैंक द्वारा आपका खाता बंद कर दिया जाता है या फिर न्यूनतम बैंलेस रखने की बात कहीं जाती है। ऐसा ही कुछ अब डाकघरों में भी कर दिया गया है। जिन भी लोगों पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट हैं उन्हें अब न्यूनतम बैलेंस खाते में रखना होगा। खते में न्यूनतम बैलेंस 500 रुपये जरूर रखने होंगे।
न्यूनतम बैलेंस मेंटेन करने का निर्देश जारी-
बता दें कि डाक घर में सेविंग अकाउंट से जुड़ा एक अहम बदलाव आज से प्रभावी हो गया है। डाकघर ने पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट से जुड़े नियम में बदलाव कर 11 दिसंबर तक 500 रुपये का न्यूनतम बैलेंस मेंटेन करने का निर्देश जारी किया था। आज से यानि 11 दिसंबर से यह लागू हो गया है। इंडिया पोस्ट ने ट्वीट कर सभी खाताधारकों को इसकी सूचना दी थी। अगर कोई भी खाता धारक अपने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं रखता है तो उसे मेंटेनेंस चार्ज का भुगतान करना होगा। पोस्ट ऑफिस के नियम के मुताबिक अगर वित्तीय वर्ष के अंत तक 500 रुपये का मिनिमम बैलेंस बरकरार नहीं रखा जाता है, तो वित्त वर्ष के आखिरी दिन अकाउंट से 100 रुपये की मैनटेनेंस फीस काट ली जाती है। यह फीस काटने के बाद अगर खाते में बैलेंस जीरो हो गया तो यह अपने आप बंद हो जाएगा।
डाक घर बचत खाते पर सालाना ब्याज दर 4 फीसदी है-
डाक घर में 500 रुपये में बचत खाता खुल जाता है। एक पोस्ट ऑफिस में एक ही बचत खाता खुलवा सकते हैं। इस समय डाक घर बचत खाते पर सालाना ब्याज दर 4 फीसदी है। डाकघर की बचत योजनाओं में निवेश पूरी तरह सुरक्षित होता है। इसमें निवेश किए गए पूरे पैसे के 100 फीसदी सुरक्षित होने की गारंटी रहती है। इसकी जमाओं पर सोवरेन गांरटी होती है यानी अगर पोस्ट ऑफिस खाताधारकों का पैसा लौटाने में विफल रहता है तो सरकार निवेशकों के पैसों की गारंटी लेती है।