नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को दावा किया कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के गिरफ्तार आतंकवादी बहादुर अली को पाकिस्तान में सैन्य विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। एनआईए ने कहा कि बहादुर अली को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद जम्मू एवं कश्मीर के बिगड़े हालात का लाभ उठाने का निर्देश दिया गया था।
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एनआईए के महानिरीक्षक संजीव कुमार सिंह ने कहा, “लश्कर के आतंकवादी बहादुर अली को मिला हथियारों और विस्फोटकों का प्रशिक्षण सैन्य विशेषज्ञों की संलिप्तता दर्शाता है।” सिंह ने कहा कि गिरफ्तार आतंकवादी ने लश्कर के तीनों प्रशिक्षण प्रक्रियाओं में हिस्सा लिया था। उसे जमात-उद-दावा ने भर्ती किया था, जिसे लश्कर ने कट्टरपंथ का मार्ग दिखाया।
उन्होंने कहा, “उससे बरामद दस्तावेजों के मुताबिक, उसे कोडिंग में जानकारियां दी गईं, जिससे स्पष्ट तौर पर यह संकेत मिलता है कि उसे काफी प्रशिक्षित लोगों ने प्रशिक्षण दिया।” अधिकारी ने यह भी दावा किया है कि बहादुर अली को पाक अधिकृत कश्मीर स्थित आतंकवादी समूहों के नियंत्रण कक्षों से पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की मदद से नियमित तौर पर निर्देश मिल रहे थे।
एनआईए ने कहा है कि कश्मीर के वर्तमान हालात में लश्कर की भूमिका को लेकर जांच जारी है। कुख्यात आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहानी वानी की आठ जुलाई को हुई मौत के बाद कश्मीर बीते एक महीने से अधिक समय से हिंसा की चपेट में है।
आगे आतंकी का कबूलनामा:-