अल्मोड़ा के उदयमान शटलर लक्ष्यसेन ने बैडमिंटन में अल्मोड़ा का ही नही देश का भी नाम दुनियां में रोशन किया हैं।इंडोनेशिया मे चले एशियन बैटमिटन चैंपियनशिप मे भारतीय टीम के उद्यमान शटलर लक्ष्य सेन ने एकल वर्ग में खिताब जीतकर दोहरा इतिहास रच दिया हैं।
लक्ष्यसेन की फाईनल मैंच में लाईलैंड के कुंतावुत वितिद्सर्न से हुई
लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन चैंपियनशिप में एकल वर्ग में खिताब जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं इससे पूर्व 1965 में गौतम ठक्कर ने यह खिताब जीती थी।लक्ष्यसेन की फाईनल मैंच में लाईलैंड के कुंतावुत वितिद्सर्न से हुई। जिसमें लक्ष्य सेन ने 21-19 व 21-19 से खिताब जीत ली।जिसके बाद लक्ष्यसेन के नगर अल्मोड़ा में जश्न का माहौल है खेल प्रेमियों ने आतीषबाजी कर एक दूसरे मिठाई खिलाई ।
शहर मे लोग बैटमिंटन की इस खिताबी जीत पर जश्न माना रहें हैं
लक्ष्यसेन के शहर अलमोड़ा में लोगों ने मिष्ठान बांटकर खुशी मनाई है। शहर मे लोग बैडमिंटन की इस खिताबी जीत पर जश्न माना रहें हैं। लोगों का मानना है कि 1965 के बाद पहली बार ये खिताबी जीत हुई है। वही लोग लक्ष्यसेन को बधाई दे रहे हैं। आगेभी ऐसे ही खिताब रचने के लिए कामनाएं कर रहे हैं।
एक साल विश्वास का, ईमानदारी का और विकास का
जश्न के दौरान कहा कि लक्ष्यसेन हमारे नगर की शान हैं उन्होंने न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी नाम कमाया है
प्रशांत जोशी ने जश्न के दौरान कहा कि लक्ष्यसेन हमारे नगर की शान हैं उन्होंने न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि पूरा नगर इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मना रहा है। हमने इसी खुशी में कार्यक्रम का आयोजन किया है । और आपस में मिठाई बांटकर खुशी मना रहे है। वहीं लोगों ने लक्ष्यसेन को दुवाएं भी दी उनके बेहतर भविष्य की कामनाएं भी की।लक्ष्यसेन के शहर अलमोड़ा में लोगों ने मिष्ठान बांटकर खुशी मनाई है। शहर मे लोग बैटमिंटन की इस खिताबी जीत पर जश्न माना रहें हैं।