नई दिल्ली। संचार क्रांति और इंटरनेट के युग में कुछ भी हो सकता है। लेकिन यूपी के आजमगढ़ में ऐसा कुछ हुआ जिससे सुरक्षा एजेन्सियों की नींद उड़ गई है। वैसे भी आजमगढ़ अक्सर अपनी गतिविधियों को लेकर सुरक्षा एजेन्सियों के निशाने पर रहता है। लेकिन इस बार ये कुछ खास वजह से फिर निशाने पर आ गया है। यहां के सरायमीर की एक मेडिकल छात्रा ने मोबाइल पर ही आईएस के एक आंतकी से निकाह कर लिया है।
कैसे हुआ लड़की का निकाह
आजमगढ़ के एक कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई कर रही इस युवती ने एक ऐसे युवक से निकाह कर लिया जो देश में आईएस की गतिविधियों का संचालित कर रहा था। इस संदिग्ध आतंकी के विचारों से वह इस कदर प्रभावित हो गई कि उसने फोन पर ही उससे निकाह कर लिया। 24 वर्षीय ये छात्रा आजमगढ़ के एक कॉलेज में पढ़ रही है। सोशल साइट पर उसकी मुलाकात राजस्थान के चुरु इलाके के रहने वाला 37 वर्षीय अमजद खान से हुई।
सुरक्षा एजेन्सियों की जांच
अमजद खान से वह अल-ए-हदीस और इस्लाम पर चर्चा करती थी। उसकी बातों से वो इस कदर प्रभावित हो गई कि वह उससे प्यार कर बैठी। इसके बाद अमजद ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी है फिर भी उसने उसके साथ निकाह कर लिया। निकाह के वक्त अमजद सऊदी में था । उसने उसे बताया कि सीरिया में रहने वाले शफी अरमार जरिए वह उसे सीरिया बुला लेगा। लेकिन युवती सीरिया जाने को तैयार ना हुई। फिलहाल वह आजमगढ़ में ही रह रही है। हांलाकि सुरक्षा एजेंसियों ने छात्रा की पहचान अभी उजागर नहीं की है। लेकिन उस पर गहन निगाह रख रखी है।
कौन है अमजद खान
37 वर्षीय अमजद खान इन दिनों NIA हिरासत में हैं। सऊदी में रहने के दौरान वह आइएस आतंकवादी समूह के प्रमुख सारिया में रहने वाले शफी अरमार के सम्पर्क में था। इस दौरान अजमद ने देश में जरुर-उल-खिलाफा-फिल्-हिंद के लिए युवाओं को प्रेरित करने का काम भी किया। जेकेएच की शाखा की शुरूआत देश में अरमार ने ही की थी।
राजस्थान के चुरु इलाके के रहने वाला 37 वर्षीय अमजद खान, भारत में आइएस आतंकवादी समूह के प्रमुख शफी अरमार, जो सीरिया में रहता था, से अहमद खान काफी निकट था। अमजद खान को भारत में जरुर-उल-खिलाफा-फिल्-हिंद (जेकेएच) के लिए मुस्लिम युवाओं को प्रेरित करने व उन्हें भर्ती करने का दायित्व सौंपा गया था। जेकेएच, 2015-16 में आतंकी समूह की भारतीय शाखा अरमार द्वारा शुरू की गई थी। अमजद ने सऊदी में रहते हुए युवाओं को बरगलाने का काम किया। सऊदी सरकार ने संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में उसे वहां से निकाल दिया । जिसके बादउसकी भारत वापसी होते ही NIA ने उसे गिरफ्तार कर लिया।