आजमगढ़/लखनऊ। आजमगढ़ (Azamgarh) के चर्चित दलित उत्पीड़न मामले की गंभीरता को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने एक प्रतिनिधिमंडल (Delegation) भेजे जाने का निर्णय लिया था। बुधवार को पूर्व विधायक गयाचरण दिनकर के नेतृत्व में बसपा (BSP) के प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों से मुलाकात की।
मामला पिछले 29 जून का है। आजमगढ़ में एक गांव पलिया (Paliya) है। यहां पर एक छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच करने पहुंची पुलिस (Up Police) पर आरोप है कि उसने स्थानीय प्रधान मुन्ना पासवान (Munna Paswan) को थप्पड़ मार दिया था।
जिसके बाद प्रधान समर्थकों ने भी पुलिस के साथ मारपीट कर दी। ग्रामीणों के इस रवैये से नाराज पुलिस ने मुन्ना पासवान (Munna Paswan) के अलावा समाज के कई लोगों के मकान पर बुलडोजर चलवा दिया। ग्रामीणों के आरोंपों के अनुसार पुलिस ने न सिर्फ घर गिराया बल्कि महिलाओं के साथ अभद्रता भी की गई और घरों में रखे कीमती जेवर और सामाना भी पुलिस उठा ले गई। जबकि, इस मामले में लगे आरोपों को पुलिस प्रशासन झूठा बता रहा है।
पुलिस का कहना है कि स्थानीय लोगों ने कार्रवाई से बचने के लिए खुद ही अपने घरों में तोड़फोड़ की है। थानाध्यक्ष तारकेश्वर राय के अनुसार इस मामले में तीन केस दर्ज किए गए हैं। दो मुकदमों में दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अधिकांश पुरूष गांव छोड़कर फरार हो गए हैं।
पीड़ित परिवार को बंधाय ढांढ़स
बसपा के प्रतिनिधिमंडल (Bsp Delegation) ने बुधवार को आजमगढ़ के विधानसभा गोपालपुर (Gopalpur) के अंतर्गत आने वाले पलिया गांव में पुलिसिया उत्पीड़न का शिकार हुए दलित समाज के लोगों से मुलाकात की। आरोप है कि प्रधान मुन्ना सरोज पासवान का घर तोड़ दिया व इनके परिवार की महिलाओं के साथ अभद्रता की गई थी।
बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से पूर्व विधायक गयाचरण दिनकर, पूर्व सांसद मुख्य सेक्टर प्रभारी घनश्याम चन्द्र खरवार, लालगंज की बसपा सांसद संगीता आज़ाद और मदन राम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की व उन्हें हर प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया। साथ में बीएसपी की पूरी जिला कमेटी भी मौजूद रही।
मायावती ने जताई थी नाराजगी
इस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली की जांच कर दोषियों को सख्त सजा देने की भी मांग की थी। मायावती ने कहा था कि मामले की जांच के लिए बसपा का एक प्रतिनिधि दल पूर्व विधायक गयाचरण दिनकर के नेतृत्व में पीड़ितों से मिलने शीघ्र ही गांव का दौरा करेगा।
2. साथ ही, अत्याचारियों व पुलिस द्वारा भी दलितों के उत्पीड़न की इस ताजा घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएसपी का एक प्रतिनिधिमण्डल श्री गया चरण दिनकर, पूर्व एमएलए के नेतृत्व में पीड़ितों से मिलने शीघ्र ही गाँव का दौरा करेगा।
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2021