लखनऊ: सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के वकील कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। दरअसल, अधिवक्ता मुख्य न्यायाधीश की ओर से लागू नए रोस्टर का विरोध कर रहे हैं। अधिवक्ताओं का कहना है कि इस रोस्टर से दिक्कतें बढ़ेंगी। इसी के मद्देनज़र अवध बार एसोसिएशन ने कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है।
डॉ. अशोक निगम (चेयरमैन, एल्डर्स कमेटी, अवध बार एसोसिएशन, हाई कोर्ट, लखनऊ) ने नोटिस जारी कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है। नोटिस में लिखा है कि सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि लखनऊ उच्च न्यायालय के वकील और अवध बार एसोसिएशन के सदस्य न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे। बता दें कि कार्य बहिष्कार में अवध बार एसोसिएशन के लगभग 5000 से ज्यादा अधिवक्ता शामिल होंगे।
तो इसलिए रोस्टर का विरोध कर रहे अधिवक्ता
अधिवक्ताओं का कहना है कि इस रोस्टर में स्पिन विधि को चलन में लाया जा रहा है। इससे उलझनें पैदा होंगी। वकीलों का कहना है कि रोस्टर लागू होने बाद, कोई भी केस किसी भी कोर्ट में जा सकता है। अधिवक्ताओं के मुताबिक, पहले हर केस के लिए फिक्स कोर्ट होती थी, क्रिमिनल केस क्रिमिनल कोर्ट में जाते थे, सिविल केस सिविल कोर्ट में जाते थे लेकिन रोस्टर लागू होने के बाद कोई भी केस किसी भी कोर्ट में जा सकता है।
उदाहरण के तौर पर- क्रिमिनल केस सिविल कोर्ट में जा सकता है। अधिवक्ताओं ने बताया है कि जब जज को केस का तजुर्बा नहीं होगा तो फैसला लेने में दिक्कत होगी। साथ ही फरियादी को भी इंसाफ मिलने में दिक्कत होगी।