त्योहारों का सीजन चल रहा है ऐसे में दुकानों पर सजी दूध मेवा से बनी मिठाइयों को देख कर किसी के मुंह में भी पानी आ सकता है । इन मिठाइयों पर लगे चांदी के वर्क भी मिठाइयों की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है लेकिन शायद ही कभी किसी ने सोचा हो कि ये चांदी का वर्क कैसे बनता है।
इसके बनने का जो तरीका है वो कितना बेहतर है इस पर विभाग का कहना है कि इसके बनने में चमड़े का प्रयोग किया जा रहा है जो उचित नहीं है इसको बंद करने की बात कह रहे है। आमतौर सभी मिठाई के शौक़ीन होते है इन मिठाइयों पर चांदी का वक्र भी लगा होता है जो काफी हद तक सजे होते है लेकिन कुछ मिठाई वालों का कहना है कि जब से जानकारी मिली है कि जो चांदी वर्क लगा होता है जो कि चमड़े से प्रयोग किया जाता है जो सही नहीं है इसलिए चांदी का वर्क लगाना बंद कर दिया गया है।
उधर, कुछ दुकानदारों का कहना है कि जबसे ये जानकारी मिली कि चांदी का वर्क बनाने में चमड़े का प्रयोग हो रहा है इसलिए कंपनी के चांदी के वर्क लगाते है। वहीं ऐसी खबर सामने आने के बाद अब प्रशासन काफी सतर्क हो गया है और इस पर लगाम लगाने की तैयारी में जुट गया है।