नई दिल्ली। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन यानी की यूजीसी ने देश के 60 विश्वविद्यालयों को ऑटोनॉमी दे दी है, जिसके बाद अब कोई भी फैसला लेने के लिए इन विश्वविद्यालयों को यूजीसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और वो अब खुद अहम फैसले ले संकेंगे। इन विश्विद्यालयों में दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, बनरास हिंदू विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद समेत 60 संस्थाए शामिल हैं, जिन्हें शिक्षा का स्तर बेहतर बनाए रखने के कारण अॉटोनॉमी दी गई है। केंद्रीम मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सरकार का प्रयास है कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के साथ स्वायत्तता पर भी जोर दिया जाएगा, ताकि शिक्षा में उदारता लाई जा सके।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने कुल 60 उच्च शिक्षण संस्थानों को ऑटोनॉमी के लिए चुना हैं, जिनमें पांंच केंद्रीय विश्वविद्यालय, 21 राजकीय विश्वविद्यालय, 24 डीम्ड विश्वविद्यालयऔर दो प्राइवेट विश्वविद्यालय शामिल है। वहीं आठ कॉलेजों को भी स्वयत्तता दी गई है। इनमें शामिल हैं जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद, तेलंगाना की इंग्लिश और फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, जाधवपुर यूनिवर्सिटी (कोलकाता), अलगप्पा यूनिवर्सिटी (तमिलनाडु), नाल्सर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ तेलंगाना, सावित्री वाई फुले (पुणे), आंध्र यूनिवर्सिटी (विशाखापट्टम), नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (दिल्ली), शामिल किया गया है।