नई दिल्ली। घाटी में ईद की छुट्टी पर घर आ रहे राइफलमैन औरंगजेब का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद जब शहीद का शव उसके पैतृक आवास पर पहुंचा तो परिजनों पर जहां दुखों का पहाड़ टूट पड़ा वहीं आतंकियों को लेकर पिता और भाई का गुस्सा आखिरकार सामने आ गया। उन्होने इस जघन्य बर्बरता को लेकर पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा कि जो हुआ वह बुरा हुआ है।
अब हमें एक नहीं सौ चाहिए। अगर सरकार नहीं ला सकती तो बता दे, हम खुद लेंगे। हमें पता है कि कैसे लेना है। लेकिन हम चाहते हैं कि अब सरकार इस मामले में संजीदा हो सोचे कि लोग और देश क्या चाहता है।
भाई की शहादत का बदला लेगा भाई, होगा सेना में भर्ती
शहीद के भाई ने 44 आरआर के सीओ से उस गाड़ी के ड्राइवर का पते और फोन नम्बर की मांग की है। भाई ने कहा कि जिस 44आरआर से भाई वापस आया है। उसी में भर्ती होकर जाऊंगा। पुलवामा में हुए इस जघन्य कांड को लेकर शहीद के परिजनों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। भाई ने कहा कि जिस दिन सेना में भर्ती हुआ उसी दिन उन आतंकियों की खैर नहीं है। उसने कहा कि इन दहशतगर्दों को अब वह चुन चुन कर मारेगा।
सेना के इस शहीद की शहादत के बाद इस श्रद्धांजलि देने आवास पर कई बड़े सैन्य अफसर भी पहुंचे थे। जिनके सामने परिजनों का दर्द इस कदर छलक पड़ा। शहीद के पिता ने सेना से बेटे की शहादत का बदला ने की अपील की। जवान के घर के बाहर गांव वालों की बड़ी तादात जमा थी। गांव वालों में भी पाकिस्तान और कश्मीरी आतंकियों के प्रति गुस्सा साफ तौर पर झलक रहा था।