अगस्त क्रांति दिवस पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भारत छोड़ो आंदोलन के शहीदों को याद किया। भारत छोड़ो आंदोलन की आज 76वीं वर्षगांठ है।1942 में आज ही के दिन अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सभी देशवासियों को ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। यह आंदोलन मुंबई के गवालिया टैंक मैदान से शुरू हुआ था। मालूम हो कि आज का दिन हर वर्ष अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वीं वर्षगांठ पर लोकसभा से देश को दिलाया पीएम मोदी ने संकल्प
मोदी ने कहा कि अगस्त क्रांति आंदोलन,आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण पड़ाव था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगस्त क्रांति आंदोलन,आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण पड़ाव था।अगस्त क्रांति आजादी के आंदोलन से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। और उस पड़ाव में बलिया की बहुत बड़ी भूमिका थी।1857 का स्वतंत्रता संग्राम से लेकर के बलिया आजादी की क्रांति के बिगुल बजाने में, जीवन न्यौछावर करने में अग्रिम पंक्ति में है।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज शाम राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जलपान का आयोजन किया है
आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज शाम राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जलपान का आयोजन किया है।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में निर्णायक भूमिका निभाने वाले भारत छोड़ो आंदोलन की आज 76वीं वर्षगांठ है। इस आंदोलन ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दिया था। यही वो मौका था जब अंग्रेजों को अहसास हुआ कि अब वो ज्यादा दिनों तक भारत पर अपनी हुकूमत कायम नहीं रख सकते।
भारत छोड़ो आंदोलन की 76वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश ट्वीट किया है
9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर समूचे देश में यह आंदोलन शुरू हुआ था। इस आंदोलन ने देखते ही देखते ऐसा स्वरूप हासिल कर लिया कि अंग्रेजी सत्ता के दमन के सभी उपाय नाकाफी साबित होने लगे थे।भारत छोड़ो आंदोलन की 76वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश ट्वीट किया है। वीडियो में पीएम ने आजादी के उस संकल्प को याद किया।
Remembering the great women and men who took part in the Quit India Movement. pic.twitter.com/S0PcuR5iLj
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2018
भारत छोड़ो आन्दोलन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 9 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया था
भारत के वैश्विक पटल पर एक पहचान बनाने वाला कहा है।भारत छोड़ो आन्दोलन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 9 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया था। यह एक आन्दोलन था जिसका लक्ष्य भारत से ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त करना था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुम्बई अधिवेशन में शुरू किया गया था
जयप्रकाश नारायण जैसे समाजवादी सदस्य भूमिगत प्रतिरोधि गतिविधियों में सबसे ज्यादा सक्रिय थे
आपको बता दें कि जयप्रकाश नारायण जैसे समाजवादी सदस्य भूमिगत प्रतिरोधि गतिविधियों में सबसे ज्यादा सक्रिय थे।पश्चिम में सतारा और पूर्व में मेदिनीपुर जैसे कई जिलों में स्वतंत्र सरकार, प्रतिसरकार की स्थापना कर दी गई थी। अंग्रेजों ने आंदोलन के प्रति काफ़ी सख्त रवैया अपनाया था। फ़िर भी इस विद्रोह को दबाने में सरकार को साल भर से ज्यादा समय लग गया था।