एशिया की बड़ी मंडियों में स्थान रखने वाली मध्य प्रदेश के जावरा की कृषि उपज मंडी के सचिव और सुरक्षा गार्ड के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें मंडी सचिव कह रहे है कि जो भाड़े की ट्रेक्टर ट्रालियां आती है। उनसे 200 रुपये प्रति ट्राली वसूला जाए। हर रोज करीब 60 से 70 ट्रालियां आती है। इन ट्रालियों से वसूल किया गया पैसे का हिसाब भी उनको चाहिए। कुछ कर्मचारियों के नाम लेकर वह कह रहे है कि मेरी बात भाई साहब विधायक से हो चुकी है। लगभग साढ़े पांच मिनिट की इस बातचीत के आडियो को सुनने के बाद यह साफ साफ हो जाता है कि जावरा मंडी में अवैध कमाई का काम मंडी सचिव की निगरानी में ही बड़े जोरो से चलता है।
बता दें कि वर्तमान में जो मंडी सचिव है वो हरदा से आये है और हरदा के विधायक कमल पटेल प्रदेश के कृषि मंत्री है। ओर ये मंडी सचिव ग्राम सेवक के पद पर पदस्थ थे। इनको मंडी सचिव बनाया जाना ही गलत है। क्यो की जावरा मंडी ए ग्रेड की मंडी है। इस मंडी में भाड़ा ट्रालियों से छोटे किसान काफी परेशान हैं। वहीं दूर दूर से अपनी उपज को नीलामी के लिए मंडी लेकर आने वाले किसानों को 24 से 72 घण्टे तक अपनी उपज के नीलाम होने का इंतजार करना पड़ता है। इससे किसान दुखी है। लेकिन उनकी इस समस्या को कोई दूर करने वाला नही है। ऐसे किसानों की अपनी व्यथा है।
आडियो के सामने आने के बाद अब मंडी सचिव कुछ बोलने को तैयार नही थे। लेकिन बाद में कहते है कि आडियो में छेड़छाड़ हुई है। मेरे खिलाफ साजिश है। ये टेक्नोलॉजी का जमाना है। मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है।