नई दिल्ली। शिवसेना ने पंजाब में हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों पर हो रहे हमलों को एक साजिश करार देते हुए कहा है, कि हिन्दुओ का मनोबल गिराने के लिए अब संगठनों के प्रतिनिधियों पर हमले किए जा रहे हैं। लोगों को अरेआम गोलियों से मार कर मौत के घाट उतारना पंजाब में एक बार फिर आतंकवाद को बढाने जैसा है।
शिवसेना प्रधान नितिन नंदा ने कहा कि अगर सूबे की सरकार ने इस हालात पर काबू नहीं पाया तो वो दिन दूर नहीं जब पंजाब पहले की तरह आतंक की आग में ना जले। पंजाब की शांति भंग करने की कोशिशें की जा रही हैं। सूबे में हिन्दू हितों के लिए आवाज उठाने वालों को दबाने का काम किया जा रहा है। इस बारे में सरकार की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। अगर ऐसे रहा तो पंजाब में कोई हिन्दू सुरक्षित नहीं रह सकेगा। अगर ऐसा हुआ तो पंजाब जम्मू-कश्मीर बन जायेगा। जहां पर फिर कोई भी शांति के साथ नहीं रह सकेगा।
हाल के दिनों में कई जगह पर हिन्दू संगठनों के नेताओं पर हमले हुए हैं। सरकार अभी तक इन हमलों की गुथ्थी नहीं सुलझा पा रही है। सरकार के इस रवैए से अराजक तत्वों को जहां पैर फैलाने का मौका मिल रहा है। वहीं सूबे में एक तरह का सांप्रदायिक आतंकवाद पैर पसार रहा है। एक बार फिर पंजाब की स्थित आतंकवाद से ग्रसित पंजाब जैसी होती जा रही है। सूबे के रूप नगर में आयोजित शिवसेना की इस सभा में शिवसेना प्रधान नितिन नंदा के साथ गुरजीत सिंह, संजीव कुमार, बलवीर सिंह, कमल कुमार, राम सिंह आदि मौजूद रहे।