पश्चिम बंगाल से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला होने की है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी की रथयात्रा के तहत खलीसामारी में जनसभा में हिस्सा लेने जाते वक्त पार्टी अध्यक्ष पर हमला हो गया। जिसका विरोध करने कार्यकर्ता कोलकाता की सड़कों पर उतर आए हैं। इस दौरान एक खबर मिली है कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने बीजेपी की रथयात्रा पर रोक लगा दी है। इस मामले की अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी।
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बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि दिलीप घोष पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर हमला किया। आरोप है कि टीमएसी कार्यकर्ताओं द्वारा हमले के दौरान ‘वापस जाओ’ के नारे भी लगाए गए हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस हमले में घोष को चोट लगी है। हालांकि बाद में पुलिस ने एस्कॉर्ट करते हुए घोष को जनसभा तक पहुंचाया।
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आपको बता दें कि घोष पर हमले के विरोध में पार्टी कार्यकर्ता कोलकाता की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सेंट्रल एवेन्यू पर कार्यकर्ताओं ने रास्तों को बंद कर दिया है। इससे पहले कूचबिहार को माथाभांगा और दिनहाटा को जोड़ने वाले हाइवे पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर वाला एक फ्लैक्स बोर्ड भी फटा हुआ पाया गया था। इसका भी आरोप बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया था।
भापजा की योजना के मुताबिक अमित शाह राज्य में तीन अलग अलग रथों को रवाना करेंगे। राज्य के सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे। शाह पहले दौर की शुरुआत उत्तर बंगाल के कूचबिहार से 7 दिसंबर को करेंगे। दूसरा दौर 9 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना के सागर से शुरू होगा। इसी तरह तीसरे दौर की शुरुआत 14 दिसंबर को बीरभूम के तारापीठ से की जाएगी।
खबर है कि एक महीने तक चलने वाली इस यात्रा में बीजेपी के कई स्टार वक्ता हिस्सा लेंगे। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव के शामिल होने की संभावना है। तीनों रथ यात्राओं का समापन कोलकाता में जनवरी माह में होगा।बीजेपी ने उम्मीद जताई है कि समापन पर मोदी रैली को संबोधित कर सकते हैं।