अपनी भविष्यवाणियों को लेकर देश ही नहीं दुनियाभर में मशहूर बेजन दारूवाला ने आज गुजरात के अहमदबाद के अस्पताल में 90 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।ज्योतिषि विद्या में परमज्ञाना दारूवाला भले ही पारसी धरमे से तालुक रखते हो लेकिन लेकिन वो अपना पूज्य भगवान गणेश जी को मानते थे।
ये ही कारण है जब कोई भी उनके पास कोई भविष्य के बारे में जानने जाता था तो वो भगवान गणेश जी की तरफ ही देखरक भविष्य बताते थे।90 वर्षीय दारूवाला बीते 22 मई को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें पहले से भी फेफड़े की तकलीफ थी। उनके बेटे नस्तूर दारूवाला ने अहमदाबाद के बाहरी इलाके में बने अपोलो अस्पताल में उनके निधन की पुष्टि की।
अपोलो अस्पताल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उपचार के दौरान दारूवाला का निधन हो गया। वहीं, सोशल मीडिया पर आई खबर का खंडन करते हुए उनके पुत्र नस्तूर दारूवाला ने कहा कि उनके पिता कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थे। नस्तूर ने बताया कि उनके पिता सिर्फ निमोनिया से ग्रस्त थे।
बड़े-बड़े राजनेताओं से लेकर विख्यात धर्मगुरु, हर कोई उनका आशीर्वाद लेने के लिए जरूरत जाता था। यहां तक कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने एक बार उनसे अपने सिर पर हाथ रखने के लिए कहा था।
बेजन दारूवाला का जन्म 11 जुलाई 1931 में हुआ था। उन्होंने अंग्रेजी से पीएचडी की थी और अहमदाबाद में अंग्रेजी के प्रोफेसर के तौर पर अपनी सेवाएं भी दीं।उनका एक बेटा नस्तूर और गोद लिया बेटा चिराग है. नस्तूर भी एस्ट्रोलॉजर हैं।
सोशल मीडिया पर वह अपने परिवार के साथ तमाम तस्वीरें शेयर करते रहते थे. बेजन दारुवाला ने कहा था कि उनका लगभग पूरा परिवार ही ज्योतिष विद्या में माहिर है।बेजन दारुवाला ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, मोरार जी देसाई और नरेंद्र मोदी की जीत के बारे में बिल्कुल सटीक भविष्यवाणी की थी।
इसके अलावा, संजय गांधी की मौत, इंदिरा गांधी की हत्या, करगिल युद्ध और गुजरात भूकंप के बारे में भी उनकी भविष्यवाणियां बिल्कुल सच साबित हुई थीं।यही कारण है कि वह दुनिया भर के लोगों के लिए भविष्य जानने का जरिया बन गये।लेकिन उनकी कुछ भविष्यवाणी गलत भी साबित हुई हैं। जिसकी वजह से वो चर्चा में आये थे।