- भारत खबर || नई दिल्ली
वैज्ञानिकों की खोज में हाल ही में एक क्षुद्रग्रह Asteroid की खोज की गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि क्षुद्रग्रहAsteroid पृथ्वी से लगभग 13000 मिल से भी अधिक दूरी पर देखा गया है। जो आकाशगंगा में तमाम उपग्रहों के निचले स्तर पर है। क्षुद्रग्रह कई संचार उपग्रहों की तुलना में पृथ्वी के करीब आता है।
वैज्ञानिकों की खोज में अब तक सौरमंडल में ऐसे तमाम उपग्रह व ग्रहों की खोज की जा चुकी है। जिनके वेग से पृथ्वी को भारी नुकसान हो सकता है। व मानव जीवन व्यथित भी हो सकता है। लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों की एक नई खोज में यह Asteroid सामने आया है। लेकिन वैज्ञानिकों की रिपोर्ट का कहना है, कि अब इसका खतरा टल गया है। अब यह लंबे समय तक पृथ्वी के निकट नहीं आएगा।
बताते चलें वैज्ञानिकों की खोज के अनुसार निकटतम दृष्टिकोण दक्षिण पूर्व प्रशांत महासागर में गुरुवार सुबह उसके गिरने की उम्मीद की गई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। कि क्षुद्रग्रह का व्यास लगभग 15 से 30 फीट के बीच था। NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के निदेशक पॉल चोडास का कहना है, कि प्रत्येक वर्ष में दो बार यह देखने को मिलता है। उनका कहना है कि सौरमंडल में इन क्षुद्रग्रहों की संख्या लगभग 100 मिलियन हो सकती है। वैज्ञानिकों की सूचना के मुताबिक अधिकांश रूप से पृथ्वी पर वास्तविक खतरा काफी बड़े क्षुद्रग्रह Asteroid के द्वारा होता है।