इन दिनों रोहिंग्या मुस्लिम लोगों का मुद्दा खासा सुर्खियों में छाया हुआ है। रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए असम से बीजेपी नेता बेनजीर अरफान ने आवाज उठाई है, लेकिन ऐसा करना उन्हें काफी महंगा पड़ गया है। इसके लिए पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया में एक पोस्ट कर म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के कारण उन्हें गुरुवार को पार्टी सेकेट्ररी की तरफ से नोटिस जारी किया गया जिसमें उन्हें तीन दिन के अंदर इस पोस्ट के लिए सफाई पेश करने के लिए कहा है। बेनजीर अरफान तीन तलाक का शिकार रह चुकी हैं। बीजेपी की तरफ से राज्य में चलाए गए एंटी ट्रिपल तलाक का वह चेहरा भी रही हैं। साल 2012 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी। वह कई बार पीएम मोदी के साथ रैलियों में नजर आ रखी हैं।
देखने वाली बात यह है कि भारत सरकार की तरफ यह साफ कहा गया है कि रोहिंग्या मुस्लिम भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं। गृह मंत्रालय की तरफ से अगर बात की जाए तो इस वक्त 14 हजार से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थी के तौर पर भारत में रह रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार 40 हजार से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिम ऐसे हैं जोकि भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं।