नई दिल्ली। निगम चुनाव के नतीजों से पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) में अंदरूनी हलचल शुरू हो गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर नतीजों को लेकर सामने आए एक्जिट पोल पर लंबी बैठक चली। बैठक में श्रम मंत्री गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज सहित पार्टी के बड़े नेता पहुंचे।
बैठक के संबंध में आप के बड़े नेताओं का कहना है कि अभी तक सामने आए लगभग सभी एक्जिट पोल भाजपा को बढ़त दिखा रहे हैं। यह अकल्पनीय है, दिल्ली में आप ने जो काम किया है उससे जनता खुश है। हमें उम्मीद है कि दिल्ली के तीनों निगमों में आप की सत्ता ही आएगी। यदि ऐसा नहीं होता तो संभव है कि सभी ईवीएम में छेड़छाड़ हुई है। आप ने पानी और बिजली को लेकर बड़े काम किए हैं। इनका फायदा 30 लाख से अधिक परिवार को मिल रहा है। जबकि भाजपा के निगमों से जनता परेशान है। भाजपा ने निगम को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया था।
श्रम मंत्री गोपाल राय ने बैठक के बाद कहा कि मुख्यमंत्री जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। हालांकि उन्होंने दबे स्वर में कहा कि निगम चुनावों में आप की हार हो सकती है। लेकिन इस हार के लिए दिल्ली की जनता नहीं ईवीएम दोषी होंगी। चुनाव में जनता की चली ही नहीं है, यदि चली होती तो हम सभी सीटों पर जीतते। लेकिन यहां ईवीएम की चली है ऐसे में हार हो सकती है। वहीं ओखला से आप विधायक अमानतुल्ला खान ने व्यंग्य करते हुए कहा कि वार्ड 101 सरिता विहार पर कांग्रेस और आप की कड़ी टक्कर थी लेकिन ईवीएम ने भाजपा को जिता दिया, वार्ड 103 पर आप और बसपा में टक्कर थी लेकिन जीती भाजपा। हो सकता है वार्ड 100 पर भाजपा जीत जाए और दावा किया जाए कि तीन तलाक मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं ने भाजपा को वोट दिया। उन्होंने कहा कि कि ईवीएम के माध्यम से ही भाजपा जीत रही है।
ईवीएम को लेकर उठे सवाल पर मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि ईवीएम को सही बताने वालों के पास अब तक इस बात का जवाब नहीं है कि भिंड में मशीनों से कोई भी बटन दबाने पर भाजपा की पर्ची क्यों निकल रही थीं। इतने दिनों के बाद बहुत से लोगों को इसमें दिलचस्पी भी नहीं है।
बता दें कि एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि मतदान के दिन खराब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की खबरें दिल्ली के हर हिस्से से आ रही थीं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मान्य वोटर पर्चियां होने के बाद भी कई वोटरों को नगर निगम चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने दिया गया।