नई दिल्ली। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को संसद में बयान देते हुए कहा कि भारतीय सेना देश की सीमा की सुरक्षा करने में सक्षम है विपक्ष की ओर से उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि देश की संप्रुभता की रक्षा करने के लिए भारतीय सेनाएं उचित और पर्याप्त रुप से सुसज्जित हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कैग की रिपोर्ट में ये सामने आया ता कि अगर अभी युद्ध की स्थिति आती है तो भारतीय सेना के पास सिर्फ 10 दिनों तक के ही हथियार हैं।
संसद के समक्ष बीते शुक्रवार कोल रखी गई कैग की रिपोर्ट में कहा गया कि कुल 152 तरह के गोला बारुद में से महज 20% यानी 31 का ही स्टॉक संतोषजनक पाया गया जबकि 61 प्रकार के गोला बारुद का स्टॉक चिन्ताजनक रुप से कम पाया गया था कैग की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2016 में कुल 152 तरह के गोलाबारुद में केवल 31 ही 40 दिनों के लिए जबकि 12 प्रकार के गोलाबारुद 30 से 40 दिनों के लिए वहीं 26 प्रकार के गोलाबारुद 20 दिनों से थोड़ा ज्यादा वक्त के पर्याप्त पाए गए।
इस रिपोर्ट की मानें तो इस बीच विस्फोटक और विध्वंस उपकरणों जैसे कुछ महत्वपूर्ण हथियारों का रिजर्व सुधरा है लेकिन बेहतर फौजी ताकत को बनाए रखने के लिए जरुरी बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों और तोपों के लिए गोला बारुद चिन्ताजनक रुप से कम पाए गए।