नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अनुपस्थिति में शनिवार से शुरु हो रहे ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व अब वित्तमंत्री अरुण जेटली करेंगे, आपको बता दें कि पहले इस सम्मेलन में भारत की अगुवाई विदेश मंत्री को करना था लेकिन पिछले दिनों किडनी में खराबी के शिकायत के चलते वे अस्वस्थ हैं और अब इसका भारत वित्तमंत्री संभालेंगे। आपको बता दें कि इस सम्मेलन में दुनिया कई बड़े देश हिस्सा ले रहे हैं जिनमें चीन, पाकिस्तान, ईरान, रुस, जैसे देश भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि दो दिनाें तक चलने वाले इस विश्वस्तरीय सम्मेलन में आतंकवाद पर प्रमुखता से चर्चा की जा सकती है। बताया जा रहा है कि मुख्य सम्मेलन का उद्घाटन प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तानी राष्ट्रपति अशरफ गनी संयुक्त रूप से करेंगे। बता दें कि अफगानिस्तान इसका स्थाई अध्यक्ष देश है वहीं भारत इस साल सह अध्यक्ष होने के कारण इस सम्मेलन की मेजआनी कर रहा है। ज्ञात हो कि यह मंच का आयोजन अफगानिस्तान और इसके पड़ोसी देशाें के बीच सुरक्षा, राजनीति और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लक्ष्य से किया जाता रहा है।