देश के पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मी अब अपने चरम पर है। एक तरफ चुनाव और दूसरी तरफ साल 2017 का बजट सत्र। इन दोनों में आपसी सामंजस्य बैठाना केंद्र सरकार के लिए चुनौतियों से भरा हुआ है। सरकार की तरफ से आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाना है। गौर करें तो इस बार का बजट कई मायनों से पहले से अलग हो सकता है। आगामी बजट मे रेल बजट साथ में पेश होना है, यहां आपको बता दें कि इस बार 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट को लेकर विपक्ष हले ही सरकार पर निशाना साधता रहा है, ऐसे में सरकार पर कई विषयों को लेकर ध्यान बना रहेगा।
इन बातों पर बजट में हो सकते हैं बड़े एलान– 1 फरवरी को सरकार बजट पेश करते समय कई विषयों को ध्यान में रखकर सकती है। कई ऐसे मुद्दे हैं जिनपर सरकार लोगों को छूट भी देने का विचार कर रही है। यहां पर गौरतलब है कि पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले इस बजट को पेश किया जा रहा है, ऐसे में सरकार की कोशिश रहेगी कि जनता को ज्यादा निराश ना किया जाए। इन निम्न विषयों के आसपास हो सकता है इसबार का आम बजट-
आयकर छूट में हो सकती है बढ़ोत्तरी– आम बजट 2017 के पेश होने में अब 5 दिन से भी कम समय रह गए हैं, ऐसे में वित्तमंत्री अरुण जेटली के लिए पांच राज्यों में चुनावो से पहले बजट का पेश करना चुनौतियों से भरा होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार के बजट में सरकार व्यक्तिगत आयकर में छूट की सीमा को बढ़ा सकती है, अनुमान लगाए जा रहे हैं कि मौजूदा आयकर छूट सीमा को ढ़ाई लाख से बढ़ा सकती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह सीमा ढ़ाई लाख से बढ़ाकर तीन लाख की जा सकती है। वहीं दूसरी तरफ कुछ विशेषज्ञों को मानना है कि इस छूट की सीमा को सरकार और बढ़ाते हुए दुगना यानि कि पांच लाख तक भी कर सकती है।
रेलवे सुरक्षा होगा बड़ा मुद्दा- बजट में इस बार रेलवे की योजनाओं को लेकर आने वाले बजट पर भी लोगों का ध्यान बना हुआ है, रेलवे पिछले कुछ बजटों में नए रेल लाइनों और ट्रेनों की सौगात तो देते रही है, पर किराए में किसी प्रकार से काई बड़ी राहत देखने को नहीं मिली है। ऐसे में चूंकि सिर पर चुनाव सवार है तो ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार सरकार किराए में कुछ कटौती कर लोगों को राहत दे सकती है। इन सब के बीच हाल के दिनों में हुए रेल हादसों ने पूरे देश को हिला दिया, रेलवे की बड़ी चूक के चलते कई लोगों की जाने गईं, रेल हादसों के पीछे आतंकी साजिशों की बात आने लगी, ऐसे में देखने वाली बात यह भी होगी कि सरकार बजट में रेलवे में सुरक्षा को लेकर क्या घोषणाएं कर सकती है।
नोटबंदी की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए हो सकत हैं बड़े एलान– 8 नवंबर 2016 को सरकार की तरफ से नोटबंदी को लेकर किए गए एलान के बाद सरकार का यह पहला बजट होगा, नोटबंदी के बाद कैश को लेकर देश की आम जनता को खासा समस्याओं का सामना करना पड़ा था, ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए सरकार बजट में कुछ छूट की घोषणा कर सकती है। अगर मौजूदा समय की बात करें तो मासिक निकास की राशि अब भी 24 हजार है, जिन लोगों को अब भी बड़े रकम का लेने देन करना है उनके लिए समस्या बनी हुई है, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि बजट के दौरान सरकार इस निकास सीमा को बढ़ा या फिर हटा सकती है। गौरतलब है कि अब भी प्रतिदिन एटीएम से निकास राशि की सीमा 10 हजार ही है। नोटबंदी के बाद अब भी ग्रामीण इलाकों में पर्याप्त मात्रा में नोटों की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
कैशलेस ट्रॉजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए आ सकते हैं लुभावने स्कीम– नोटबंदी के बाद से सरकार देश में कैशलेस ट्रॉजेक्शन को बढ़ावा देने की बातें करती रही है। सरकार की तरफ से कैशलेस ट्रॉजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए भीम एप का लांच किया गया। भीम एप के जरिए सरकार आम लोगों को भी डिजिटल ट्रांजेक्शन ज्यादा से ज्यादा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। माना जा रहा है कि इस बजट में सरकार ऑनलाइन और डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए कुछ ऐलान कर सकती है, आपको याद दिला दें कि सरकार ने अब तक लोगों को कैशलेस बनने की तरफ अग्रसर करने के लिए कई सारे लुभावने स्कीम लेकर आई है, बजट में एक बार फिर से ऐसे ही कुछ लुभावने स्कीमों को सरकार शामिल कर सकती है।
– अभिलाष श्रीवास्तव