नई दिल्ली। केंद्र सरकार और वित्त मंत्रालय ने दबे स्वर में माना कि जीएसटी चोरी के मामले सामने आए हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री ने बताया कि जीएसटी काउंसिल की 25वीं बैठक के दौरान जीएसटी-चोरी रोकने के प्रावधानों के लिए प्रयासों पर चर्चा हुई। सरकार की कोशिश है कि जीएसटी चोरी को रोके जाने के प्रावधान जल्द से जल्द करें। जब हिन्दुस्थान समाचार ने केंद्रीय वित्त मंत्री से पूछा कि 1 जुलाई, 2017 को लागू जीएसटी संग्रहण के पहले तीन माह, जुलाई, अगस्त, सितम्बर के आंकड़े 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के रहे, लेकिन बाद के महीनों में जीएसटी संग्रहण में उसी क्रम में वृद्धि नहीं देखी गई, तो क्या सरकार ये मान रही है कि बड़ी संख्या में जीएसटी चोरी हो रही है।
बता दें कि इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने बताया कि जीएसटी काउंसिल की इस बैठक में जीएसटी चोरी को रोकने के प्रावधान को लेकर चर्चा हुई। सरकार इस बात को लेकर गहन विचार कर रही है कि आखिर क्यों जीएसटी संग्रहण में आशानुरूप वृद्धि नहीं हो रही। दरअसल जीएसटी काउंसिल के बाद मीडिया से बात करते समय जब केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली से जीएसटी संग्रहण को लेकर पूछा गया, तो जेटली ने उसके उलट बुधवार को जारी प्रत्यक्ष कर संग्रहण आंकड़ों को गिनाना शुरू कर दिया।
वहीं जेटली ने बताया कि प्रत्यक्ष कर संग्रहण में 15 जनवरी तक 18.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। प्रत्यक्ष कर संग्रहण 6.35 लाख करोड़ रुपये रहा। पूछे जाने पर कि एक ओर प्रत्यक्ष कर संग्रहण बढ़ रहा है, लेकिन जीएसटी संग्रहण में अनुमान के मुताबिक नतीजे सामने नहीं आ रहे। इस पर जेटली ने मुस्कराते हुए कहा कि जो जीएसटी नहीं दे रहे, हम वो आयकर के रूप में वसूल रहे हैं।