नई दिल्ली। इन दिनों नोटबंदी और जीएसटी को लेकर विपक्षी बीजेपी पर हमलावर हो रखे हैं और इस वक्त वित्त मंत्री अरुण जेटली अमेरिका दौरे पर हैं। अमेरिका में हावर्ड यूनिवर्सिटी को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में एक सुस्त टैक्स सिस्टम है और इसे बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम लगातार इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं और टैक्स प्रणाली का बेस बढ़ा रहे हैं।
अरुण जेटली के अनुसार भारत में कैश एक बड़ी समस्या है। लेकिन नोटबंदी लोगों के अच्छे से समझ में नहीं आई है। उन्होंने कहा कि भारत में टैक्स डिपार्टमेंट काफी भ्रष्ट हो चुका है तथा बैंकों में सारा पैसा आने का मतलब यह नहीं है कि जो पैसा आया है वह ठीक हो। जेटली ने कहा कि भारत में टैक्स डिपार्टमेंट काफी भ्रष्ट हो चुका है इसलिए इसे ऑनलाइन कर आसान बनाया जा रहा है। आकड़ों के अनुसार उन्होंने बताया कि भारत में सिर्फ जीएसटी के तहत 5.5 मिलियन लोग ही टैक्स भरते हैं।
नोटबंदी तथा जीसएटी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसका फायदा देश में लंबे समय के बाद दिखने लग जाएगा। लेकिन कम वक्त में इसके प्रति किन्ही चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जीएसटी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों ने इसका समर्थन किया है और 80 प्रतिशत तक कमाई इसके कारण राज्य सरकार के पास जा रही है लेकिन नोटबंदी का मतलब रुपयों को जब्त करना नहीं था बल्कि इसका मकसद पैसों के मालिक की पहचान करना था।