मेरठ की राजनीति गलियारों में उस समय हलचल मच गई जब अरुण चौधरी ने भाजपा का हाथ थामा।
अरूण चौधरी वही नाम है जिस पर जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज है। आपको बता दंे कि इंचैली थाना क्षेत्र के मसूरी गांव में जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी और उसके दोस्त ईशु ने भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत सिंह पर जानलेवा हमला किया था। उसी का मुकदमा अरूण पर दर्ज है।
हमलावर ने थामा भाजपा का हाथ
मेरठ में जानलेवा हमले के वांछित जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया। बागपत रोड स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में अरुण को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। इस मौके पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक दिनेश खटीक समेत कई अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। हैरान करने वाली बात यह है कि अरुण पर मुकदमा दर्ज होने के बाबजूद भी भाजपा नेताओं ने उसे अपनी पार्टी ज्वाइन करवाई।
भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत पर किया था हमला
गौरतलब है कि जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी ने 10 मई को भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत पर हमला किया था। अरूण ने हाथ में पिस्टल पकड़ी हुई थी, और इंद्रजीत के पीछे उसे मारने के लिए भाग रहा था। हालांकि यह सारी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई थी। जिसके बाद पीड़ित इंद्रजीत ने अरुण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
अरुण था बसपा समर्थक
मुकदमा दर्ज होने के बाद बीजेपी के पास सबसे बड़ी चुनौती अरूण था। क्योंकि अरूण बसपा समर्थित था। सूत्रों की माने तो अरूण जब भाजपा में शामिल हुआ तब पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं थी।
पुलिस के पास है गिरफ्तारी का वारंट
आपको बता दें कि अरुण का गिरफ्तारी वारंट पुलिस ने लिया हुआ है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अरूण अब वोट कैसे डालेगा। हालांकि इससे पहले सपा सरकार भी एक आरोपी से वोट डलवा चुकी है। सपा सरकार में भी जेल में बंद योगेश भदौड़ा की वांटेड पत्नी सुमन की वोट भी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में डलवाई गई थी। ऐसे में अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक अरूण चौधरी को गिरफ्तार करती है।