गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कॉलेज अब क्षेत्र के खिलाड़ियों को बड़ी राहत देने वाला है। यहां आर्थोस्कॉपी की सुविधा शुरू कर दी गई है, अब लिगामेंट की समस्या वाले लोगों को लखनऊ तक नहीं जाना होगा।
शुरू हुई आर्थोस्कोपी यूनिट
कंधे या घुटने के लिगामेंट खराब होने की समस्या का समाधान अब गोरखपुर में संभव होगा। इसके लिए जिले में स्थित बीआरडी कॉलेज काफी मददगार साबित होने वाला है। यहां अब आर्थोस्कॉपी की सुविधा को शुरु को कर दिया गया है।
अलग-अलग यूनिट के हिसाब से इलाज
लिगामेंट से जुड़ी दिक्कत ज्यादातर खिलाड़ियों में होती है। ऑर्थोपेडिक की जर्नल सर्जरी के अलावा अन्य कई सुविधाएं अब बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शुरू की गई है। इसका फायदा आम जनता को मिलेगा।
इन सुविधाओं के लिए अलग-अलग यूनिट बनाई गई है। जहां जोड़ प्रत्यारोपण, शिशु एवं नवजात के हड्डी से जुड़ा इलाज किया जायेगा।
स्पोर्ट्स इंजरी के लिए अलग यूनिट
यहां स्पोर्ट्स से जुड़ी समस्याओं के लिए एक अलग यूनिट बनाई गई है। इससे खिलाड़ियों को बेहतर ट्रीटमेंट गोरखपुर में ही मिल पाएगा। अभी तक इस तरह की समस्या होने पर उन्हें लखनऊ जाना पड़ता था।
आम लोगों में भी लिगामेंट की समस्या होती है। कई बार किसी छूट का पता एक्सरे में नहीं चलता, बाद में एमआरआई करवाने पर लिगामेंट से जुड़ी समस्या सामने आती है। इसका इलाज आर्थोस्कॉपी से किया जाता है।
लिगामेंट एक तरह का सेमीसॉलिड जोड़ होता है, यह दो हड्डियों को जोड़ता है। कई बार किसी कारण से गिरने पर इसमें दिक्कत आ जाती है और काफी दर्द शुरु हो जाता है। इसका इलाज आर्थोस्कॉपी की मदद से होता है।
बेहतर सुविधाओं वाला गोरखपुर
आर्थोपेडिक विभाग के अध्यक्ष डॉ पवन प्रधान ने बताया कि घुटने और कूल्हे का प्रत्यारोपण पहले से यहां किया जा रहा था। अब स्पोर्ट्स इंजरी की भी व्यवस्था शुरू हो गई है। इसका फायदा खिलाड़ियों से लेकर आम जनता को होगा।