कानपुर: शादी की अनुदान में फर्जीवाड़े की जांच में 10 लेखपालों को हाई कोर्ट ने राहत दे दी है। इस फर्जीवाड़े में कुल 22 लेखपाल फंसे थे जिसमें से कोर्ट ने 10 को राहत दी है। एसडीएम सदर के बहाली निरस्त करने के आदेश पर रोगा दी थी। अब 10 लेखपालों जो कि निलंबति थे उनको बहाल कर दिया गया है।
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ के फर्जीवाड़े में निलबंति लेखपालों के लिए प्रीति दिक्षित ने हाईकोर्ट में एक याचिका की थी। याचिका में खुद को बेकसूर बताया था। इसके बाद जांच में 10 लेखपालों को बहाल कर दिया गया। एसडीएम सदर ने 31 जुलाई को बहाली निरस्त कर दी थी। इसके बाद कोर्ट में याचिका की गई थी।
एसडीएम सदर दीपक पाल ने पुष्टि करते हुए कहा कोर्ट ने सिर्फ आदेश पर रोक लगाई है। जांच प्रक्रिया चलती रहेगी। निलंबित चल रहे अन्य लेखपाल हाईकोर्ट जाएगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने कहा कोर्ट ने बाकी लेखपालों की याचिका को खारिज कर दिया है।
लेखपाल प्रीति दिक्षित, दिलीप सचान, गुलाब सिंह, दिलीप सचान, हंस शुक्ला, अजय कुशवाहा, सुजीत कुशवाहा, हर नरायण दुबे, अरविंद तिवारी, आलोक कुमार इन सभी को हाई कोर्ट ने बहाल कर दिया है।