नई दिल्ली। जम्मू -कश्मीर के अखनूर क्षेत्र में जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (जीआरईएफ) कैम्प पर आतंकी हमले के दौरान जान गंवाने वाले तीनों मजदूरों के परिवारों को सेना एक-एक लाख रुपए की आर्थिक मदद मुहैया करायेगी। इसके अलावा प्रत्येक घायल को 25 हजार रुपए मुहैया कराए जाएंगे। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने मंगलवार को इसे अपनी मंजूरी दी है।
रक्षा विभाग के जनसम्पर्क अधिकारी मनीष मेहता के अनुसार घटना के बाद से अखनूर क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है। बटाल इलाके में सोमवार की रात में आतंकियों ने उस वक्त हमला किया जब जीआरईएफ के 10 कर्मचारी 8-10 मजदूरों के साथ काम कर रहे थे। जीआरईएफ कैम्प पर यह आतंकी हमला नगरोटा सैन्य शिविर पर हुए हमले के 40 दिन बाद हुआ है। इस साल में आतंकियों द्वारा यह सबसे बड़ा हमला है।
फिलहाल इलाके को खाली करा लिया गया है और सेना का आपरेशन जारी है। जीआरईएफ की यह प्लाटून अखनूर में नियंत्रण रेखा से करीब दो किलोमीटर भीतर है। ऐसा कहा जा रहा है कि आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए हैं। इस बीच प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर अखनूर सब-डिवीजन के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। ऐसी आशंका है कि भागे हुए आतंकी किसी दूसरी जगह पर भी हमला करने की कोशिश कर सकते हैं।
बता दें कि आज सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान जम्मू के बांदीपुरा के हाजिन इलाके में आतंकी के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मार गया तो वहीं एक जवान के मामूली चोटों के साथ जख्मी होने की खबर है।