पुंछ। आर्मी चीफ जनरल विपिन रावत सोमवार को शहीद राइफलमैन औरंगजेब के परिवार से मिलने पहुंचे। औरंगजेब राष्ट्रीय राइफल्स में थे, ईद की छुट्टी पर घर आ रहे थे। इसी बीच आतंकवादियों ने पहले उनका अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद औरंगजेब की हत्या कर दी गई थी। आर्मी चीफ जनरल विपिन रावत शहीद सैनिक के परिवार से मिलने जम्मू कश्मीर के पुंछ में आए।
हत्या के बाद उनके अंतिम संस्कार के समय उनके परिजनों ने राज्य और केन्द्र सरकार से आंतकवाद को घाटी से खत्म करने की मार्मिक अपील की थी। शहीद के पिता ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मेरे बेटे के एक सिर के बदले सेना को 100 सिर लाने का आदेश दें। अगर 72 घंटे में ऐसा नहीं हुआ तो मै हथियार उठा खुद ले आऊंगा। वहीं भाई ने आर्मी में भर्ती होकर भाई की मौत का बदला लेने की बात कही थी।
औरंगजेब का अपहरण पुलवामा से हुआ था। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद 14 जून की उसका शव बरामद हुआ था। शहीद सैनिक ईद के मौके पर छुट्टियों पर घर आ रहा था। आतंकवादियों ने दिन-दहाड़े उसका अपहरण किया था। औरंगजेब की तैनातगी 44 राष्ट्रीय राइफल्स में सोपियां सेक्टर में थी।