नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर चल रहे विवाद को लेकर आर्मी चीफ बिपिन रावत तीन दिन के लद्दाख दौरे पर जाएंगें उनका ये दौरा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लेह लद्दाख दौरे से पहले होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 21 अगस्त को लद्दाख दौरे पर होंगे। डोकलाम में चीन के साथ-साथ लद्दाख के साथ भी तनाव की खबरें आई थी। लद्दाख में चीन और भीरत के बीच पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी। इस दौरे में बिपिन रावत ताजा हालातों की जानकारी ले सकते हैं। इसी के साथ वो कमांडर से मिलकर रणनीति पर भी काम करेंगे। रामनाथ सिर्फ एक दिन के दौरे पर जाएंगे। राष्ट्रपति पद संभालने के बाद रामनाथ कोविंद का ये पहला दौरा होगा।
बता दें कि पिछले दो महीने से विवाद के चलते भारत और चीन एक दूसरे के आमने-सामने हैं। लेकिन बीते मंगल वार को दोनों देशों की सेनाएओं के बीच पेंगोंग झील के पास टकराव का माहौल बन गया था। दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक गतिरोध चला उसके बाद दोनों सेनाएं वापस चली गईं। जब चीनी सैनिक घुसपैठ में नाकाम हो गए तो उन्होंने अपना गुस्सा शांत करने के लिए पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थरबाजी के कारण दोनों सैनिकों को हल्की चोटें आने की खबर है। हालांकि चीन का कहना है कि उसे पेंगोंग झील में सैनिकों के घुसने की कोई जानकारी नहीं है।
वहीं चीन का कहना है कि हम सीमा पर शांति बनाए रखना चाहते हैं। भरतीय सैनिकों ने चीन सेना की उस कोशिश को नाकाम कर दिया था जिसमें उन्होंने भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की थी। जब चीन की विदेश मंत्री हु चुनयिंग से इस मामले पर टिप्पणी देने को कहा गया तो उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।