नई दिल्ली। बिहार के अररिया में कथित तौर पर पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाने के मामलें में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया कर लिया हैं। जबकि अभी तक एक आरोपी फरार है। इस कथित मामलें पर अररिया के थाना प्रभारी दीपांकर श्रीज्ञान ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं जिनकी पहचान सुल्तान आजमी और शहजादके रुप में हुई हैं। जबकि एक अन्य आरोपी आदिब रजा फरार है। पुलिस का कहना है कि रजा की तलाश की जा रही है, उसे भी जल्दी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
अररिया में कथित तौर पर पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाने का वीडियो ऑनलाइन जारी हुआ था। वीडियो में कुछ युवक पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आ रहे थे। वीडियो के वायरल होने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। भाजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह जो यह उप चुनाव हार गए थे, उन्होंने आरोप लगाया था कि सरफराज आलम की जीत के तुरंत बाद उन्हीं के समर्थकों ने यह वीडियो बनाया था। वीडियो ऑनलाइन जारी होने के बाद से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें कि इस मामले को लेकर राजनीति भी गर्म चुकी है।
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कदम
भाजपा खेमे में चिंता भाजयुमो के प्रदेश मंत्री प्रवीण कुमार ने इस मामले पर कहा कि उपचुनाव में मिले जनादेश की आड़ में भारत विरोधी नारे लगाए जाना सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कदम है। चुनाव परिणाम आने से पहले ही भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा था कि अररिया बिहार का सीमावर्ती इलाका है। यह नेपाल और बंगाल से जुड़ा हुआ है। अररिया संसदीय सीट से सरफराज आलम को विजय बनाना वहां की जनता ने कट्टरपंथी विचारधारा को जन्म दिया है। सरफराज आलम की जीत बिहार ही नहीं बल्कि देश के लिए खतरा है। अररिया आतंकवादियों का गढ़ बनेगा।
सरफराज ने बताई साजिश मामले में अररिया से नवनिर्वाचित सांसद सरफराज आलम से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद वाला वीडियो जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि विवादित वीडियो भाजपा की ही साजिश लगती है। जनता के द्वारा मिले जनाधार को देखकर अब भाजपा वाले साजिश रचने की राजनीति कर रहे है।