मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में योगगुरु स्वामी रामदेव के फूड पार्क को जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
अब कैबिनेट की मंजूरी के बाद 6000 करोड़ रुपये की लागत से मेंगा फूड पार्क तैयार किया जाएगा। वहीं इस मेगा फूड पार्क के जरिए दस हजार से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
आचार्य बालकृष्ण ने दी थी चेतावनी
बीते दिनों आचार्य बालकृष्ण ने ट्विटर के जरिए प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण इस परियोजना को अन्यत्र ले जाने की चेतावनी थी. वहीं इस चेतावनी के बाद यूपी सरकार हरकत में आई थी. और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में खुद हस्तक्षेप करते हुए जल्द ही कैबिनेट में पास करवाने का आश्वासन दिया था.
425 एकड़ की जमीन में बनेगा फूड पार्क
आपको बता दें कि, यूपी सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद कंपनी को यमुना एक्सप्रेस-वे पर 425 एकड़ से अधिक जमीन फूड और हर्बल पार्क की स्थापना के लिए दी थी. पतंजलि की ओर से यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण को फूड पार्क के लिए भूमि हस्तांतरित करने का आग्रह किया गया था. कंपनी को जमीन का आवंटन चूंकि कैबिनेट के फैसले से हुआ था, इसलिए उसके किसी हिस्से का अलग हस्तांतरण भी कैबिनेट से ही हो सकता था.