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एपोफिस उल्कापिंड जानिए किस दिन पृथ्वी से टकराएगा..

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महामारी कोरोना के बीच लगातार वैज्ञानिकों की तरफ से आसमानी आफत उल्का पिंड को लेकर बार-बार चौंका देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। जिससे लोगों में काफी डर की स्थिति बनी हुई है। ऐसी की एक और नई चेतावनी वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से उल्का पिंड को लेकर जारी कर दी है।

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नासा की एस्टेरॉयड वॉच से पता चला है कि अगले चार दिनों में पृथ्वी के पास से पांच उल्कापिंड गुजरने वाले हैं। पृथ्वी के पास से गुजरने वाले इन उल्कापिड़ों में कुछ की दूरी चंद्रमा से लगभग 20 गुना अधिक दूर होती। नासा के मुताबिक ये पांचों उल्कापिंड अलग-अलग दिनों में पृथ्वी के पास से गुजरेंगे। 8जून यानि की आज पृथ्वी के पास से 310 फीट की एक उल्कापिंड गुजरेगा।
इसकी लंबाई कई मंजिला इमारात के बराबर होगी। जिसकी पृथ्वी के कुल दूसरी 1,820,000 मील होगी। इससे उल्कापिंड से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है।

एक अन्य 64 फीट का उल्कापिंड भी सोमवार को पृथ्वी के पास से गुजरा था। इसका आकार एक सामान्य आकार के घर के बराबर होगा। उसकी भी पृथ्वी से दूरी 761000 मील होगी। 10 जून को, 65 फीट का एक उल्कापिंड पृथ्वी के पास से गुजरेगा।
इसकी पृथ्वी से कुल दूरी 4,120,000 मील होगी। वहीं 60 फीट का एक और उल्कापिंड 11 जून को पृथ्वी की ओर आ रहा है।

उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा। इसका आकार एक बड़े हवाई जहाज के बराबर होती। 60 फीट के इस खगोलीय पिंड की पृथ्वी से कुल दूरी 2,350,000 मील होगी।
लेकिन इस बीच एक और चौंका देने वाली खबर सामने आयी है।13 अप्रैल 2029 को, एपोफिस भू-समकालिक संचार उपग्रहों की तुलना में पृथ्वी के करीब से गुजरेगा।

कई बड़े वैज्ञानिकों को आशंका है कि एपोफिस या एक्स नाम का ग्रह धरती के काफी पास से गुजरेगा और अगर इस दौरान इसकी पृथ्वी से टक्कर हो गई तो पृथ्वी को कोई नहीं बचा सकता। हालांकि कुछ वैज्ञानिक ऐसी किसी भी आशंका से इनकार करते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्रह्मांड में ऐसे हजारों ग्रह और उल्का पिंड हैं, जो कई बार धरती के नजदीक से गुजर ‍चुके हैं।

1994 में एक ऐसी ही घटना घटी थी। पृथ्वी के बराबर के 10-12 उल्का पिंड बृहस्पति ग्रह से टकरा गए थे जहां का नजारा महाप्रलय से कम नहीं था। आज तक उस ग्रह पर उनकी आग और तबाही शांत नहीं हुई है।

कुछ महीनों पहले अमेरिका के खगोल वैज्ञानिकों ने भी घोषणा की थी कि 13 अप्रैल 2029 को पृथ्वी पर प्रलय हो सकता है। उनके अनुसार अंतरिक्ष में घूमने वाला एक ग्रह एपोफिस 37014.91 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पृथ्वी से टकरा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो लाखों लोगों की जान चली जाएगी और धरती के वातारण बदल जाएगा।

हालांकि वैज्ञानिक कहते हैं कि ढाई सौ मीटर बड़ा यह क्षुद्रग्रह एपोफिस पृथ्वी के बहुत पास आने वाला है। हिसाब लगाया गया है कि शुक्रवार 13 अप्रैल 2029 को वह पृथ्वी से केवल 36 हजार किलोमीटर की दूरी पर से गुजरेगा। यदि इसने थोड़ी भी अपनी दिशा धरती की ओर और मोड़ी तो इसके धरती से टकराने की आशंका बड़ जाएगी। इससे उपग्रहों को भी खतरा हो सकता है।

यदि एपोफिस पृथ्वी से नहीं टकराया तो वह दुबारा लौटेगा। तब यह निश्चित ही पृथ्‍वी से टकराएगा। वैज्ञानिक मानते हैं कि 2036 में उसका पृथ्वी से टकराना लगभग निश्चित है। यदि यह टक्कर हुई, तो उसकी विस्फोटक शक्ति हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से भी दस लाख गुना अधिक होगी।

हाल ही में NASA प्रमुख जिम ब्रेडेस्टाइन ने चेतावनी दी है कि अब किलर एस्टेरॉयड की कल्पना किसी साइंस फिक्शन फिल्म तक सीमित नहीं है। अब असल जिंदगी में भी ऐसा हो सकता है। ऐसा कोई एस्टेरॉयड पृथ्वी पर भी तबाही मचा सकता है।
नास्त्रेदमस भी कर चुका है तबाही की भविष्यवाणी

नास्त्रेदमस अनुसार तृतीय विश्व युद्ध चल रहा होगा तब आकाश से एक उल्कापिंड हिंद महासागर में गिरेगा और समुद्र का सारा पानी धरती पर फैल जाएगा जिसके कारण धरती के अधिकांश राष्ट्र डूब जाएंगे।…हालांकि यह भी हो सकता है कि इस भयानक टक्कर के कारण धरती अपनी धूरी से ही हट जाए और अंधकार में समा जाए।

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अगर ऐसा होता है तो थरती खत्म हो जाएगी। क्योंकि इस तबाही की भविष्यवाणी सिर्फ वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि सदियों पहले भविष्यवक्ता भी कर चुके हैं।

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