बलरामपुर। जनपद में काशीराम आवास योजना के अन्तर्गत बने अवासों के आवंटन होने में शुरू से ही गड़बड़ चल रही है। तमाम अपात्रों को नेताओं के द्वारा आवंटन किए गए तो वहीं कुछ अधिकारीयों के चहेतों को भी आवंटन किया गया। जिसके सम्बन्ध में मीडिया ने समय-समय पर सवाल खड़े किए, लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात ही रहे। अब जब सूबे में अखिलेश सरकार बदलने के बाद योगा सरकार में और तमाम योजनाओं की जांच भी शुरू हो चुकी है। तब जिला प्रशासन की नींद खुली और जिलाधिकारी ने जांच कराने का फैसला लिया।
जिले में बने काशी राम आवासों में अराजकतत्वों व अपात्रों के रहने का मामला मीडिया व सरकार के दामन में बार-बार उठता रहा है। वहीं कुछ लोगों द्वारा अपने नाम मकान आवंटित कराकर किराए पर देने के मामले भी मीडिया के प्रकाश में आए है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा इसकी जांच के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर दी गयी है जो इन आवासों की जांच करके पात्रों व अपात्रों की सूची बनायेंगे। वहीं जांच कर के अराजकतत्वों को बाहर किए जाने की प्रक्रिया भी की जाएगी। जिलाधिकारी का कहना है कि टीम द्वारा जांच रिपोर्ट आने के बाद अपात्रों व अराजकतत्वों को बाहर किया जायेगा और जिले के पात्र गरीबों को जिनके पास आवास नहीं है उन्हे आवास आवंटित किया जायेगा। फिलाल जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई टीमें आवासों में अराजकतत्वों व अपात्रों के रहने की जांच में जुटे हैं।