नई दिल्ली। साल 2011 में अपने अनशन से देश की संसद को जकझोर के रख देने वाले अन्ना हजारे ने एक बार फिर आंदोलन के लिए दिल्ली का रूख कर लिया है। हजारे इस बार किसानों के मुद्दे को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन करेंगे। शुक्रवार से शुरू हो रहे अन्ना के इस अनशन के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और वो बुधवार को इसके लिए दिल्ली भी पहुंच गए हैं। किसानों को लेकर अन्ना का ये अनशन साल 2011 की तरह ही अनिश्चितकालीन होगा। बता दें कि अन्ना हजारे इस अनशन को लेकर पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि इसमें किसी भी राजनीतिक दल की कोई भूमिका नहीं होगी। उनका सीधा इशारा अरविंद केजरीवाल पर था। हालांकि माना जा रहा है कि योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, शांति भूषण और कुमार विश्वास जैसे पुराने सहयोगी उनके इस अनशन में शामिल हो सकते है।
इस आंदोलन को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट पुलिस और लोकल पुलिस के अलावा 6 कंपनी अतिरिक्त फोर्स मंगाई गई है। इसके अलावा ग्राउंड के अंदर बाहर 32 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। सारे एंट्री गेटों पर डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर और हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर से चेकिंग की जाएगी। इसके अलावा ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए पूरे इलाके में ट्रैफिक पुलिस को भी तैनात किया जा रहा है। आयोजकों ने 23 मार्च से ग्राउंड बुक किया है, लेकिन अनशन कब तक चलेगा, यह अभी पुलिस को पता नहीं है। रामलीला मैदान में ही 28 मार्च को सीलिंग के विरोध में दिल्ली के व्यापारी भी महारैली करने जा रहे हैं।