नई दिल्ली। किसानों और लोकपाल के मुद्दे पर पिछले छह दिन से रामलीला मैदान में समाजसेवी अन्ना हजारे अनशन कर रहे हैं। हालांकि रामलीला मैदान में अन्ना हजारे का आंदोलन तो चल रहा है, लेकिन इस आंदोलन में भीड़ बहुत ज्यादा नहीं जुट रही है। इस बीच अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा है कि वो इंसान मेरे साथ नहीं है। हजारे ने कहा कि मैंने कई बार बताया है कि जो लोग हमारे साथ थे, उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी बना ली है और जिस दिन से उन्होंने अपनी पार्टी बनाई है उस दिन से मेरा और उनका कोई संबंध नहीं है और अब उनका और हमारा रास्ता अलग-अलग है।
गौरतलब है कि साल 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली के रामलीला मैदान में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ एख बड़ा आंदोलन किया था, जिसमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास समेत कई लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। दरअसल उस समय केंद्र की यूपीए सरकार पर भ्रष्टाचार के लगातार कई आरोप लग रहे थे। देश में भ्रष्टाचार को खत्म करने और लोकपाल की नियुक्ती को लेकर अन्ना हजारे ने उस समय भूख हड़ताल की थी। बाद में इसी आंदोलन से निकले अरविंद केजरीवाल और दूसरे अन्य लोगों ने मिलकर आम आदमी पार्टी बना ली थी। राजनीतिक पार्टी बनाने के बाद से अन्ना हजारे अरविंद केजरीवाल से अलग हो गए थे।
अब एक बार फिर अन्ना हजारे दिल्ली मेंं अनिश्चितकालीन पर बैठे हैं। लोकपाल और लोकायुक्तों की नियुक्ति तथा देश में किसानों की हालत को लेकर अन्ना हजारे इस बार केंद्र की मोदी सरकार से बेहद नाराज हैं। अपने करीब 11 मांगों को लेकर अन्ना हजारे अनशन पर बैठे हैं। कई दिनों से अन्न नहीं ग्रहण करने की वजह से अन्ना हजारे की तबियत भी बिगड़ रही है। हालांकि डॉक्टर नियमित रुप से अन्ना की जांच कर रहे हैं। इस बीच अन्ना हजारे ने साफ कर दिया है कि जब तक उनमे सांस है तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा।