अन्ना हजारे इन दिनों केंद्र सरकार से खासा नाराज चल रहे हैं। रविवार को उन्होंने गांधी जयंती के मौके पर एक दिन का सत्याग्रह करने का ऐलान किया था। ऐसे में सोमवार को गांधी जयंती के दिन वह एक दिन के सत्याग्रह पर बैठ गए हैं। सोमवार सुबह ही वह पुणे से दिल्ली आएं हैं और वह सीधा दिल्ली स्थित राजघाट पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे वह अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं।
राजघाट पहुंचने के बाद उन्होंने गांधी जी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश गांधी जी की राह से भटक गया है। हालांकि उन्होंने इससे पहले कहा था कि केंद्र सरकार को उन्होंने कई बार लेटर दिया है लेकिन एक बार भी लेटर का जवाब नहीं दिया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखा था जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार और किसानों की समस्याओं पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। ऐसे में सोमवार को उन्होंने एक दिन का सत्याग्रह शुरु किया है।
अन्ना हजारे ने लेटर में कहा था कि सरकार ने लोकपाल, लोकायुक्त तथा भ्रष्टाचार रोकने वाले कानून बनाने की बात कही थी लेकिन अभी तक इसपर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है और सरकार इस मुद्दे पर सुस्ती दिखा रही है। उन्होंने कहा था कि आंदोलन के 6 साल बाद भी भ्रष्टाचार रोकने वाले कानून पर अमल नहीं हो पाया। ऐसे में उन्होंने कहा था कि अगर सरकार जल्द ही वह फिस से आंदोलन कर सकते हैं।