कोरोना के कहर से अभी तक तो सिर्फ दुनियाभर के इंसान परेशान हैं लेकिन लगातार बिगड़ते हालातों के चलते अब कोरोना नाम की आफत जानवरों तक भी जा पहुंची है। अमेरिका बहुत पहले ही पालतू और जंगली जानवरों में कोरोना को लेकर सचेत कर चुका है लेकिन अब भारतीय जंगली जानवरों में भी करोना के लक्षण देखने को मिल रहे हैं जो कि बेहद चौंकाने के साथ चेतावनी भरे हैं। क्योंकि कोरोना से अभी तक इंसानों को बचा पाना ही भारी पड़ रहा था ऊपर से जानवरों में अगर कोरोना फैलता है तो हालात काबू करना नामुमकिन सा हो जाएंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि, बाघ के अलावा हाथी, गुलदार, हिरन आदि वन्यजीवों में भी संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। क्योकिं कुछ जंगली जानवर जैसे बाघ भोजन की तलाश में आबादी में आ जाते हैंऔर इंसानी बस्तियों के बीच रहने के आदि हो जाते हैं इसलिए इंसानों से अब जानवरों में कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। इसी तरह हाथी का भी रवैया रहता है। इसीलिए आबादी में आकर संक्रमित भोजन खाने से वन्यजीवों में खतरा लगातार ये खतरा बढ़ जा रहा है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि राजाजी नेशनल पार्क में दो पालतू हाथियों का कोरोना टेस्ट होगा और इसीलिए दोनों के सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) बरेली भेज दिए गए हैं। खबरों की मानें तो इन हाथियों का लंब समय से‘एलीफेंट पॉक्स’ का उपचार चल रहा था। यह बीमारी अन्य हाथियों में न फैले, इसे देखते हुए उन्हें माहीने भर पहले ही आइसोलेट कर मिट्ठावाली भेज दिया गया था।
हालातों को देखते हुए पार्क प्रशासन ने केंद्र सरकार की गाइड लाइनों पर चलते हुए फैसला लिए है कि अगर पार्क में किसी जानवर की मौत होती है या फिर वो बीमार होते हैं तो उसका कोरोना टेस्ट जरूर कराया जाएगा। आपको बता दें भारत सरकार के द्वारा ये कदम तब से ज्यादा सख्ती से उठाए जा रहे हैं जब से अमेरिका के ब्रोनेक्स पार्क में एक टाइगर में कोरोना वायरस के संक्रमित होने की खबरें आयी हैं। वैसे हालातों को कंट्रोल करने के लिए भारत सरकार की तरफ से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।