चंदौली। देश की राजनीति में आए दिन सियासत गर्माती रहती है। राजनीति में एक-दूसरे पर निशाने साधने की प्रक्रिया बहुत पुरानी है। जैसे ही किसी राज्य में चुनाव आने वाले होते है तो उससे पहले पार्टियों द्वारा एक-दूसरे पर आरोपो-प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हो जाता है। ऐसा ही आज यूपी में देखने को मिल रहा है, जहां योगी सरकार में मंत्री और प्रवक्ता अनिल राजभर ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओपी राजभर पर निशाना साधा है। चंदौली के सकलडीहा में एक कार्यक्रम के दौरान अनिल राजभर ने ओपी राजभर पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि ओपी राजभर का दागदार चेहरा बेनकाब हो गया है। सैयद सलार गाजी के खानदान और खून से समझौता करने वाले को कभी न तो सुहेलदेव और न ही राजभर समाज माफ करेगा।
इस पार्टी के साथ हाथ मिलाने वाली है राजभर की सुभासपा-
बता दें कि राजनीति में अक्सर देखने को मिलता है कि कभी भी दो पार्टियों का गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं टिकता है। कुछ समय बाद ही दोनों पार्टियों में किसी न किसी विषय को लेकर जंग छिड़ जाती है जो उनके गठबंधन के टूटने का कारण होती है। राजनीति में कोई किसी का नहीं है। राजनीति में आकर सब को सत्ता का सुख भोगना है। चाहें वह किसी पार्टी के साथ हाथ मिलाकर हो या फिर पार्टी के साथ गठबंधन तोड़कर। साल 2017 के चुनाव में ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. बीजेपी सरकार में राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजभर ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था। वहीं अब मिली जानकारी के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी की इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और राजभर की सुभासपा यूपी विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ेंगी। इसी सिलसिले में ओवैसी और राजभर की लखनऊ में मुलाकात भी हुई थी।