देहरादून। उत्तराखंड से राज्यसभा के लिए बीजेपी उम्मीदवार अनिल बलूनी को निर्विरोध राज्यसभा का सांसद चुन लिया गया है। नवनिर्वाचित सासंद अनिल बलूनी से प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुलाकात की और सीएम की मौजूदगी में बलूनी को सांसद का प्रमाण पत्र सौंपा गया। इस दौरान सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल,शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, कैबिनेट मंंत्री और सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक, वित्त मंत्री प्रकाश पंत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और पार्टी के विधायकों समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। अनिल बलूनी की बात करें तो वे उत्तराखंड के इतिहास में राज्यसभा पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसद हैं। उनकी उम्र 45 साल है
सुषमा स्वराज, संघ प्रिय गौतम, हरीश रावत, भगत सिंह कोश्यारी, प्रदीप टम्टा, महेंद्र सिंह माहरा जैसे राज्यसभा सांसद देने वाली उत्तराखंड की धरती ने इस बार सबसे कम उम्र के सांसद को देश की सर्वोच्च सदन में भेजा है। सबसे कम उम्र में राज्यसभा का सांसद निर्वाचित होने के बाद बलूनी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मैं अमित शाह, पीएम मोदी, सीएम रावत और उत्तराखंड विधानसभा के सभी विधायकों और प्रदेश की जनता का अभारी हूं, जिन्होने मुझे ये अवसर प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि मैं कोशिश करूगा कि मैंं एक सांसद के रूप में ऐसे काम कर सकूं ताकि मेरे प्रदेश का विकास हो सके।
यूपी-बिहार की तीन लोकसभा सीटों पर पार्टी को मिली करारी हार को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर पार्टी और उन राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी बात पहले ही रख चुके और रही बात उत्तराखंड की तो प्रदेश के विकास के लिए हर संभव काम किया जाएगा और एक सांसद के रूप में एक ऐसी नजीर पेश की जाएगी की लोगों को लगेगा कि हां प्रदेश का विकास हुआ है और छह साल के बाद प्रदेश की जनता मेरे काम को सराहेगी। गैरसैण में हो रहे बजट सत्र पर कोई जवाब न देते हुए उन्होंने कहा कि छह साल के बाद आपको एक नया उत्तराखंड देखने को मिलेगा।