लखनऊ। उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ की छत्रछाया में खूब फलफूल रहा है। क्योंकि आए दिन सूबे के मुखिया द्वारा नई-नई योजनाएं लागू होती रहती हैं। जिसके द्वारा प्रदेश में लोगों को रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसी बीच यूपी राज्य और संघ शासित प्रदेशों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ईओडीबी) रैकिंग में इस बार लंबी छलांग लगाई है। क्योंकि यूपी 10 पायदान उछलकर दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इसी बीच जर्मन की एक जूता कंपनी चीन से अपना कारोबार समेट उत्तर प्रदेश के आगरा में नई यूनिट शुरू की है। जिसके चलते देश के मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अपनी प्रतिक्रिया में इसे बूंद-बूंद एकत्र होकर अच्छी बाढ़ के रूप में तब्दील होने का संकेत दिया है।
जर्मन की जूता कंपनी से इतने लोगों को मिलेगा रोजगार-
बता दें कि देश के मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया हर समय एक्टिव रहते हैं। ‘चीन से आगरा शिफ्ट हुई जर्मन जूता कम्पनी’ का समाचार को शेयर करते हुए महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा कि जर्मन कम्पनी का चीन से आगरा आना, ताजे पानी की छोटी-छोटी बूंदों जैसा है। धीरे-धीरे ये बूंदे पतली धार का रूप लेगी और फिर एक तेज धार वाले विकास के रूप से होते हुए बाढ़ में परिवर्तित होंगी। निवेश और विकास की इस ‘अच्छी बाढ़’ को ऐसे ही आने देना चाहिए. इन्वेस्ट इंडिया इस काम में उत्प्रेरक हो सकता है। कोरोना वायरस महामारी के बीच जर्मनी की फुटवियर कंपनी वॉन वेलेक्स ने उत्तर प्रदेश के आगरा में अपनी जूता बनाने की दो यूनिट शुरू की हैं। अभी तक कुल 2000 लोगों को इन यूनिट में रोजगार मिला है। वॉन वेलेक्स कंपनी अभी यूपी की तीन परियोजनाओं में लगभग 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। कंपनी का दावा है कि इससे 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। जबकि यूनिट्स सालाना 50 लाख जोड़े जूते का उत्पादन करेंगी। इन यूनिट की स्थापना एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रियल पार्क आगरा में भारत के इआट्रिक इंडस्ट्रीज ग्रुप के साथ साझेदारी में की गई है।
रैंकिंग में यूपी अब कई प्रमुख राज्यों से आगे-
कोविड-19 के बाद के कालखंड में यूपी के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसमें मात्र पांच माह के अल्प समय में निवेश-प्रस्ताव क्रियान्वित होकर उत्पादन भी प्रारम्भ हो गया है। वॉन वेलेक्स द्वारा 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जेवर (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में दिसंबर 2020 तक एक नई उत्पादन इकाई स्थापित किए जाने की संभावना है। जबकि कोसी-कोटवान, मथुरा में 7.5 एकड़ में एक और विनिर्माण यूनिट प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश ईओडीबी रैंकिंग में 10 पायदान उछलकर दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। ऐसा करने में उसने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना और राजस्थान जैसे कई प्रमुख राज्यों को पीछे छोड़ा है। इस रैंकिंग में यूपी अब केवल आंध्र प्रदेश से पीछे है।