लखनऊ। समाजवादी पार्टी में चले लम्बे महाभारत के बाद अब शांति और विकास के साथ यूपी के विधान सभा समर को जीतने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए सीएम अखिलेश यादव बीते 3 नवम्बर को समाजवादी पार्टी के चुनावी रण का आगाज़ समाजवादी विकास रथयात्रा के तौर पर कर चुके हैं। आज इसी क्रम में ंसमाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में देशभर के समाजवादी चिंतकों विचारकों के साथ राजनैतिक दलों की हस्तियां शिरकत कर रहीं हैं।
ये समारोह सपा के रजत जंयती के रूप में ही नहीं बल्कि एक नये महागठबंधन के आगाज़ के तौर पर देखा जा रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए समाजवादी पार्टी अपने नये राजनैतिक भविष्य और प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए एक नये गठबंधन को शक्ले तामील करने जा रहा है।
आज के इस कार्यक्रम में राजद, जेडीयू राष्ट्रीय लोक दल के साथ जेडीएस के बड़े और नामचीन चेहरे इस समारोह के मंच की रौनक बढ़ा रहे हैं। इस कार्यक्रम का सारा दारोमदार सपा के प्रदेश मुखिया शिवपाल यादव के ऊपर है। शिवपाल के लिए समारोह एक तरफ अपनी ताकत का एहसास अखिलेश और मुलायम को कराने का है, तो दूसरी तरफ समाजवादी परिवार में ंमचे महाभारत के बाद विपक्षी दलों की खिली बांछे बंद करने के लिए भी है।
अपडेट
- संघर्षों से समाजवादी आंदोलन खड़ा हुआ है
- हमारी लड़ाई साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ है
- देश के लिए बहुत चिंता की बात है 21 करोड़ जनता का पेट नहीं भर रहा
- लोहिया जी ने हमेशा गरीबों और मजदूरों के लिए संघर्ष किया
- लोहिया जी ने कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं किया
- समाजवादियों ने हमेशा देश जोड़ने का काम किया है
- जनता ने हम पर विश्वास जताया है और हमें जनता का विश्वास बनाए रखा है
- जो बड़े नेता समारोह में आये उनका आभारी हूं
- मुलायम- सीमा पर शहीद जवानों को नमन करते हैं हम
- अखिलेश फिर बनेंगे यूपी के मुख्यमंत्री
- यूपी में चुनाव आया तो बीजेपी को राम याद आ गये
- मोदी से समस्या का कोई समाधान नहीं होगा
- मुलायम के वक्त भी हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
- यूपी विधानसभा चुनाव में नहीं उतरेगी RJD
- समाजवादी परिवार में कोई झगड़ा नही, समाजवादी कार्यक्रम में मारपीट की परम्परा है
- यूपी का चुनाव देश की दिशा तय करेगा
- लालू प्रसाद यादव- सीएम अखिलेश बेहतरीन मुख्यमंत्री हैं
- आदर्श गांव के अलावा UP को कुछ नहीं दिया,BJP ने
- शानदार पार्टी बनाने के लिए नेताजी को बधाई
- कोई परीक्षा लेना चाहता है तो लेले, हम तैयार हैं
- तलवार दोगे तो तलवार चलाएंगे, समाजवादी सरकार यूपी में बनाएगी सरकार
- कुछ लोग सुनेगे पार्टी बिगड़ने के बाद
- अखिलेश- शिवपाल के हमला का अखिलेश ने दिया जबाब
- मुलायम प्रदेश नहीं देश संभाले,देश के सेकुलर नेताओं को इकट्टा करे
- अजित सिंह- यूपी का चुनाव देश का भविष्य तय करेगा
- राम जेठमलानी, अभय चौटाला का मैं दिल की गहराई से स्वागत करता हूं
- संघर्षों के दिनों में मेरा भी बहुत सहयोग है, मैं मुख्यमंत्री का भी स्वागत करता हूं
- अखिलेश को दी नसीहत कहा जो चाहना वो मांग लेना पर घुसपैठियों से सावधान रहना-शिवपाल यादव
- रजत जयंती समारोह में बोलते हुए भावुक हुए शिवपाल यादव
- मेरा अपमान भले ही हो लेकिन नेताजी का अपमान बर्दाश्त नही
- कुछ लोगों को मेहनत से पद मिलता है, तो कुछ लोगों को विरासत में
- अखिलेश को तंज कसते हुए बोले शिवपाल- मेरा अपमान कर लेना, बर्खास्त कर देना अरे मुझे कभी मुख्यमंत्री नहीं बनना है
- मै कहना चाहता हूं कि जितना त्याग चाहोगे उतना देंगे, खून भी देंगे
- अखिलेश को दी नसीहत कहा, अखिलेश का हमने भी बहुत सहयोग किया
- लोकप्रिय मुख्यमंत्री अखिलेश का स्वागत करते हैं, अखिलेश ने बहुत काम किया है
- संघर्षों का यह जश्न आज हम जनेश्वर पार्क में मनाया रहे हैं
- चौधरी अजित सिंह का भी स्वागत करते हैं,चौधरी चरण सिंह नेताजी का बहुत मानते थे
- लालू प्रसाद यादव का स्वागत करते हैं,लालू प्रसाद से हम लोगों का रिश्ता भी हो गया है
- शरद यादव का जीवन भी संघर्षों से भरा रहा है, इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा
- नेताजी, देवगौड़ा ,शरद यादव, अजित सिंह का हृदय की गहराईयों से स्वागत
- लोहिया और जनेश्वर जी को याद कर शिवपाल ने कहा देवगौड़ा का जीवन संघर्षों से भरा पड़ा है
- हम 25 साल समाजवादी इतिहास के पूरे कर रहे,नेताजी के संघर्षों का परिणाम है कि 3 बार सरकार बनीं
- रजत जयंती समारोह में आये सभी लोगों का किया अभिनंदन
- शिवपाल ने शुरू किया रजत जयंती समारोह में सम्बोधन करना
- मुलायम को गदा भेंट कर मंत्री गायत्री प्रजापति ने किया स्वागत
- अखिलेश ने छूए चाचा शिवपाल के पैर
- शिवपाल ने अखिलेश को तलवार भेंट कर किया अभिनंदन
- सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह भी पहुंचे जनेश्वर मिश्रा पार्क
- लालू, शरद मंच पर पहुंचे, समारोह में उमड़ा समादवादी जन सैलाब
- मंच पर दिखी अखिलेश और शिवपाल में गर्म जोशी
- अखिलेश समेत समाजवादी दिग्गज पहुंचे मंच पर