जहां एक तरफ कोरोना के चलते पूरी दुनिया मौत के मुंह में जाने की कगार पर खड़ी है। वहीं इस बीच एक ऐसी खबर सामने आयी है। जिसके बाद सवाल उठने लगे है कि, क्या दुनिया खत्म होने वाली है या हो जाएगी। वैज्ञानिकों के मन में एक डर बना हुआ है कि क्या दुनिया ब्लैक होल में समा जाएगी। इसी सवाल का जवाब नैशनल साइंस फाउंडेशन प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ. जो पेसी ने देते हुए कहा कि ऐसा होने की कोई संभावना नहीं है कि ब्लैकहोल यूनिवर्स को निगल सकेगा।
उन्होंने बताया है, ‘ब्लैहोल में आमतौर धीमी गति से चीजें समाती हैं।’अगर कोई ब्लैकहोल सूरज के मास का 5 गुना बड़ा हो जो पास के सितारे से मैटर खींच रहा हो या उससे भी बड़ा सूरज से एक अरब गुना बड़ा ब्लैकहोल तो उसमें ऐसा होता है।’ उन्होंने कहा कि ब्लैकहोल के मास में होने वाले बदलाव को नापने के लिए कोई उपकरण नहीं है। इसलिए ये कहना मुश्किल है की ब्लैक होल में दुनिया समाएगी या नही।
डॉ जो ने ये जानकारी स्पेस पर नजर रखने वाली साइट के सवालों के जवाब में दी इसके साथ ही ब्लैक होल के बारे में भी बताया।
डॉ. जो ने यह भी बताया कि ब्रह्मांड लगातार बढ़ता जा रहा है। और इसकी गति भी तेज होती जा रही है। इससे सभी ऑब्जेक्ट एक-दूसरे से और दूर होते जा रहे हैं। इसलिए पूरे ब्रह्मांड का ब्लैकहोल में समाना मुमकिन नहीं है।
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उन्होने बताया M87 गैलेक्सी में सबसे बड़े ब्लैकहोल में से एक है जिसका मास सूरज का 6.5 अरब गुना है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भले ही ये गैलेक्सी सूरज से बड़ा हो लेकिन ब्राह्मांड को निगल नहीं सकता है। उनका कहना है कि, जिन लोगों के मन में ब्लैक होल को लेकर सवाल उठ रहे हैं। उनके हर सवाल का जवाब जो ने दिया।