मुंबई। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण जारी लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के प्रधान सचिव (होम) अमिताभ गुप्ता को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है। मुंबई के मशहूर व्यवसायी और डीएचएफएल के प्रमोटर्स कपिल वधावान, धीरज वधावन और उनके परिवार के 20 से अधिक सदस्यों को लॉकडाउन का उल्लंघन करके महाबलेश्वर पहुंचने के मामले को गंभीरता से लेते हुए यह कदम उठाया गया है। वधावन परिवार को कोरोना वायरस के लॉकडाउन का उल्लंघन करने के बाद महाराष्ट्र के महाबलेश्वर स्थित उनके फॉर्महाउस से हिरासत में लिया गया था।
बता दें कि अमिताभ गुप्ता का छुट्टी पर भेजने की जानकारी महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एक ट्वीट करके दी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री अनिल देशमुख को निजी तौर पर इसे देखने को कहा था। महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा के बाद प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को उनके खिलाफ जारी जांच के पूरा होने तक तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है। कानून सभी के लिए समान है। इससे पहले देशमुख ने कहा था कि वधावान परिवार के 23 सदस्य महाबलेश्वर कैसे पहुंचे इसकी जांच होगी।
गौरतलब है कि धोखाधड़ी के कई मामले में कपिल और धीरज वधावन के खिलाफ जांच चल रही है। परिवार बुधवार रात को मुंबई से 250 किलोमीटर दूर महाबलेश्वर स्थित फॉर्म हाउस पहुंचा था, इनके पास महाराष्ट्र सरकार के प्रधान सचिव (होम) अमिताभ गुप्ता की ओर से जारी पास थे। अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इन्होंने यात्रा को ‘फैमिली इमरजेंसी बताया था। बाद में स्थानीय लोगों की इस ओर से इस बारे में पुलिस को जानकारी दी गई थी। पुलिस ने इन्हें ट्रेक किया, इन्हें फॉर्महाउस में क्वारंटाइन में रखा है।