जोवाई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबे राज्य के मुकुल संगमा सरकार को मेघालय की जनता फिर से नहीं चुनने वाली है। ये बातें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को मेघालय के जयंतिया हिल्स जिला मुख्यालय जोवाई में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कही। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार मेघालय के विकास के लिए पैसे देती है, लेकिन राज्य सरकार पैसों का बंदरबांट करने के अलावा विकास का कोई कार्य नहीं करती है।
बता दें कि मेघालय की स्थिति देखकर कोई भी व्यक्ति इस बात को समझ सकता है। उन्होंने अपने वक्तव्य में राज्य की कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए घोटालों की चर्चा करते हुए कहा कि यह सरकार घोटाला करने के अलावा कुछ भी करना नहीं जानते है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मेघालय की जनता समझदार है और आगामी 27 फरवरी को निर्णय जनता सुना देगी।
वहीं शाह ने कहा कि मेघालय जैसा प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर राज्य सरकारी बंदरबांट के चलते आज तक विकास की रोशनी से कोसों दूर पड़ा हुआ है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि भाजपा की सरकार बनेगी तो राज्य के विकास के लिए एक से बढ़कर एक योजनाएं लागू किए जाएंगे। अमित शाह ने भाजपा शासित राज्यों में लागू की जा रही योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि यदि मेघालय को विकसित बनाना है तो कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकना होगा और भाजपा की सरकार बनाना होगा।
साथ ही भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार के पास मेघालय के विकास की विस्तृत योजना है। जिन पर त्वरित गति से काम किया जाएगा। अपने वक्तव्य में अमित शाह ने भाजपा की सरकार के कामकाज का जिक्र करते हुए कहा कि यह सरकार देश को विकास के एक नए दौर में ले जाने के लिए कार्य कर रही है। मेघालय को भी उसमें शामिल होना है।
भाजपा अध्यक्ष शुक्रवार को मेघालय में दो जनसभाओं को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे।
वहीं इन जनसभाओं में भाग लेने के लिए वे बीते गुरुवार की रात गुवाहाटी पहुंचे थे। जहां गुवाहाटी के बोरझार स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से असम के मुखयमंत्री सर्वानंद सोनोवाल व असम प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने स्वागत किया था। शिलांग की जनसभा को संबोधित करने के बाद वे पुनः गुवाहाटी पहुंचेंगे। जहां पर भाजपा के पदाधिकारियों के साथ वे बैठक भी करेंगे। वे रात्रि विश्राम गुवाहाटी में ही करेंगे।