नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मिजोरम के आइजोल में नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम और हस्तशिल्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा, केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
इस मौके पर बोलते हुए गृहमंत्री ने भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक में आने की खुशी जताई और इस क्षेत्र को भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधि बताया। उनका कहना था कि उग्रवाद और अलगाववाद से प्रभावित होने के बाद आज मिज़ोरम शांति और बंधुत्व के प्रतीक के रूप में खड़ा है और पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया।
शाह ने कहा कि यह नॉर्थ ईस्ट में आयोजित की जाने वाली पहली हथकरघा और हस्तशिल्प प्रदर्शनी है। उन्होंने कहा कि हथकरघा उत्तर पूर्व में रोजगार के बड़े अवसर पैदा करने की क्षमता रखता है और लोगों के विकास और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शाह ने कहा कि भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए वन उपज और अन्य कच्चे माल की उपलब्धता से समृद्ध है। हस्तशिल्प में कुशल लोगों की उपस्थिति की पारंपरिक संस्कृति के साथ इसे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प उत्तर पूर्व के विकास में एक अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
गृह मंत्री ने कहा कि 2014 में बनी पहली मोदी सरकार के दौरान बांस को उन पेड़ों की सूची से बाहर ले जाया गया था जो पर्यावरण के दृष्टिकोण से कटाई के लिए निषिद्ध थे। इस निर्णय के साथ, सरकार द्वारा हस्तशिल्प क्षेत्र को सुविधाजनक बनाने के लिए बांस की उपलब्धता बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि इससे नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
शाह ने उत्तर पूर्व को समृद्ध बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उठाए गए कदमों के बारे में बात करते हुए कहा कि पीएम ने दिन और रात पूरे उत्तर पूर्व को शांति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। पिछले 5 वर्षों में मिजोरम में कई विकासात्मक परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिसमें 60 मेगावाट ट्यूरियल पनबिजली परियोजना शामिल है। गृह मंत्री ने यह विश्वास भी जताया कि 2021 तक आइजोल को ब्रॉडगेज रेलवे द्वारा जोड़ा जाएगा। कलदन मल्टी मोडल जलमार्ग और नई सीमा हाटों की स्थापना से मिजोरम में व्यापार और वाणिज्य के बड़े अवसर आएंगे। उन्होंने कहा कि आइजोल में ग्रेटर आइजॉल जल परियोजना, राज्य रेफरल अस्पताल, राज्य खेल अकादमी, बागवानी महाविद्यालय और एक क्रिकेट स्टेडियम सहित कई परियोजनाओं पर कार्य किया गया है।