केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित अतिथि गृह में प्रेस कॉंफ्रेस की जिसमें उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से चेतावनी मिलने के बाद कम नुकसान हुआ है। सही समय पर कदम उठाने के बाद बहुत कम नुकसान हुआ है। नहीं तो बहुत नुकसान हो सकता था। चार धाम के यात्रियों को भी बारिश शुरू होने से पहले सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया था।
बता दें कि वर्तमान समय में चार धाम की यात्रा भी शुरू कर दी गई है। आइटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम में बारिश शुरू होने से पहले ही अलर्ट मोड पर थी। अभी तक करीब 64 लोगों की मौत और 11 लोग लापता हैं। चार धाम यात्रा के किसी भी यात्री की हताहत की खबर नहीं है। राज्य सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन बेहतर ढंग से चलाया गया। समय से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से तमाम लोगों की जान को बचाया गया। कई रास्ते भूस्खलन की वजह से बह गए हैं जहां पहाड़ काटकर रास्ता बनाना पड़ेगा।
वहीं 3500 से ज्यादा लोगों को आर एस को किया गया। एनडीआरएफ की 17 टीमें एसडीआरएफ की 60 टीमें तैनात की गई। प्रभावित क्षेत्रों में खाने की बेहतर व्यवस्था की गई। आपदा मद में केंद्र सरकार ने कुछ महीने पहले राज्य सरकार को ढाई सौ करोड रुपए दिए थी । रेस्क्यू अभियान मे 5000 पुलिस के जवान लगे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अच्छे तरीके से इस आपदा पर रिस्पॉन्ड किया है जिसके चलते बहुत कम जनहानि हुई है।
वहीं केंद्र सरकार प्रदेश में सर्वे के लिए टीम भेजेगी। उसके बाद और जो मदद करना होगा केंद्र सरकार राज्य सरकार की मदद करेगी। धामी सरकार उत्तराखंड में बहुत अच्छा काम कर रही है। अधिकतर एनएच की सड़कों को नुकसान पहुंचा है लेकिन जो राज्य की सड़कों को नुकसान पहुंचा है उसके लिए भी ना उसके हिसाब से केंद्र सरकार मदद करेगी।