लखनऊ:कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या प्रदेश के सभी जिलों में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। जिसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाएं भी धीरे-धीरे अनियंत्रित होती जा रही हैं, इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश के जिला उन्नाव में कोरोना जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे जाते है। इसकी वजह से कोरोना संदिग्धों की रिपोर्ट आने में काफी समय लगता था।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मुख्य विकास अधिकारी उन्नाव को पत्र लिखकर विधायक निधि से उन्नाव के ही जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने उन्नाव सीडीओ को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। जिसको लेकर के स्वास्थ्य विभाग व उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ही चिंतित हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों पर लगाम लगाने के लिए तमाम तरह के प्रयास उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों पर लगाम लगती नहीं दिख रही है।इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के जिले उन्नाव में भी कोरोना संक्रमितों मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। बीते कई दिनों से 100 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज उन्नाव में सामने आ रहे हैं।
ऐसे में मरीजों को जल्द से जल्द चिन्हित कर उन्हें उचित इलाज दिलाना अपने आप में चुनौती है। दरअसल उन्नाव में rt-pcr जांच नहीं होती है। कोरोना सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे जाते हैं। ऐसे में तीन से चार दिन कोरोना संदिग्धों को अपनी रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है।इसके बाद अब इस पूरे मामले पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत उन्होंने उन्नाव मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि
“आप अवगत हैं कि जनपद उन्नाव में वैश्विक महामारी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं।जनपद उन्नाव के लोगों की आरटीपीसीआर टेस्ट की जांच लखनऊ भेजी जाती है। जिसमें काफी समय लगता है जिससे कि क्षेत्रवासियों को काफी असुविधा होती है। कृपया आम जनों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जनपद उन्नाव के जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाने हेतु मेरे विधायक निधि से एक मशीन क्रय करने का कष्ट करें।”