वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस में बराक ओबामा से अपनी सातवीं मुलाकात के बाद नरेंद्र मोदी मंगलवार की रात ही यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल में पहुंचे। यहां पेप्सिको की इंदिरा नूई से लेकर अमेजन के जेफ बेजोस तक अमेरिका के टॉप-25 सीईओ मौजूद थे। मोदी से मिलने 20 सांसद भी पहुंचे थे।
मोदी ने उन्हें भारत में निवेश और व्यापार के लिए बने अच्छे माहौल के बारे में बताया। इस बैठक के बाद बिजनेस काउंसिल ने कहा कि अमेरिकी कंपनियां अगले तीन साल में भारत में 45 अरब डॉलर यानी करीब 3 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेंगी।
मोदी यहां कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और दुनिया की जरूरतों को पूरा करती काबिल युवा शक्ति हमारे पास मौजूद है। सीईओ के लिए सोलर एनर्जी और डिजिटल इंडिया जैसे क्षेत्र में मौके हैं। हमारी सरकार कंपनी के लोगों के सुझावों पर गौर करेगी और अच्छा बिजनेस माहौल बनाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 20 करोड़ खाते खोले गए हैं। यह आंकड़ा इतना है, जितनी दुनिया के कई देशों की आबादी नहीं है। भारत सिर्फ बाजार नहीं है। यह उससे कहीं बढ़कर है। यहां आपको हाईक्वालिटी साइंटिफिक, इंजीनियरिंग और मैनेजरियल टैलेंट मिलेगा।
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन और सिसको के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन जॉन चैम्बर्स ने कहा, ”सितंबर 2014 में जब मोदी यहां आए थे तब हमारी मेंबर कंपनियों ने 41 अरब डॉलर के इन्वेस्टमेंट का वादा किया था। इसमें से 28 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट हो चुका है। अगले तीन साल में हमारी कंपनियां भारत में 45 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करेंगी।” उसने आगे कहा कि डिजिटल इंडिया और बड़े इकोनॉमिक रिफॉर्म्स को लेकर मोदी के अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए हमें उम्मीद है कि हम इससे भी दोगुना इन्वेस्टमेंट कर सकेंगे।”