नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जून को अपनी अमेरिका यात्रा पर जाने वाले हैं। ऐसे में अमेरिका ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से पहले अमेरिका ने मोहम्मद शफी अरमार को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। मोहम्मद शफी अरमार वही आतंकी है जो भारत के युवाओं को आईएस में भर्ती करने का काम करता है। अमेरिका ने विशेष वैश्विक आतंकियों की श्रेणी में मोहम्मद शफी अरमान को शामिल किया है। जिससे उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने में आसानी मिलेगी। जानकारी के अनुसार 30 साल के मोहम्मद शफी अरमान के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका है, मोहम्मद शफी अरमान कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है। मोहम्मद शफी अरमान के कई नाम हैं जिनमें से अरमान को अंजन भाई और यूसुफ अल-हिंदी के नाम से भी पहचाना जाता है। अमेरिका की विदेशी ट्रेजरी विभाग ने अपनी वैश्विक आतंकियों की सूची को अपडेट करने के दौरान अरमान को इस सूची में डाल दिया।
जानकारी के अनुसार अरमान का नाम अमेरिका की विदेशी ट्रेजरी विभाग के विदेश मंपत्ति नियंत्रण कार्यालय में जोड़ा गया है। यह मुख्य तौर से सभी देशों और आतंकवादी संगठनो के साथ नशीले पदार्थों की तस्करी पर आर्थिक रूप से प्रतिबंध लगाता है। बताया जाता है कि अरमान अपने बड़े भाई के साथ भारत में मुजाहिदीन के आतंकियों पर हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भाग गया था। जिसके बाद पाकिस्तान में इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज सहित भटकल भाईयों से उनके विवाद के बाद अरमान ने अल-तौहीद संगठन की स्थापना की और यह संगठन बाद में आईएस के साथ जुड़ गया।
अटकलें यह भी लगाई जाती हैं कि अरमान संयुक्त बलों के ड्रोन हमलों में मारा गया है लेकिन खूफिया एजेंसियों ने ऐसी खबरों को हमेशा गलत करार दिया है। बता दें कि अरमान को तकनीकी तौर पर महारथ हासिल है, अरमान इसका गलत फायदा उठाकर भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के युवाओं को सोशल मीडिया के तहत ब्रेनवाश कर उन्हें आईएस में शामिल कराने का काम करता है।